भमोरा, बरेली। चुनाव ड्यूटी मे तेरह फरवरी को मीरगंज गई आलमपुर जाफराबाद के बेहटा की आंगनबाड़ी वैजंतीमाला की बस से कुचलकर मौत हो गई थी। उसके चार बच्चे अनाथ हो गए। शुक्रवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी एसोसिएशन इकाई आलमपुर जाफराबाद की अध्यक्ष के नेतृत्व मे टीम वैजंती के घर पहुंची। उनके बच्चों से मिलकर मदद का आश्वासन दिया। आंगनबाड़ी कर्मचारी एसोसिएशन आलमपुर जाफराबाद की अध्यक्षा पुष्पलता शर्मा ने बताया कि पांच वर्ष पहले वैजंतीमाला के शिक्षामित्र पति प्रेम सिंह ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। तभी से वह अपने चार बच्चों रूबी (15), ललिता (12), पायल (10) और बेटे छोटू (8) का अकेले ही पालन कर रही थी। अब वैजंतीमाला की मौत से बच्चे अनाथ हो गए है। पुष्पलता ने बताया कि यूनियन सरकार से बच्चों की शिक्षा और सहायता की मांग लेकर डीएम से मिलेगी। इसके साथ ही यूनियन की आलमपुर जाफराबाद ईकाई ब्लाक क्षेत्र में संचालित 243 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत महिलाओं से सहायता राशि एकत्र वैजंतीमाला के बच्चों की मदद का आश्वासन दिया। टीम के साथ आई रेखा रानी, लक्ष्मी सिंह, राम श्री, अजय शर्मा, कैलाश गंगवार ने परिवार को ढांढस बंधाया।।
बरेली से कपिल यादव