बरेली। कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति के बीच शासन के निर्देश पर गुरुवार को कक्षा एक से आठ तक के स्कूल खुले। महीने भर बाद बच्चों की दस्तक से स्कूल खिल उठे। जिले के सभी मान्यता प्राप्त एवं परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य हुआ। पहले दिन स्कूलों में औसतन उपस्थिति 70 फीसदी से अधिक रही। इस दौरान कोविड गाइडनलाइन का पालन किया गया। मतदान समाप्ति के बाद गुरुवार को सभी बेसिक स्कूलों में कक्षा एक से लेकर 8 तक की कक्षाओं का विधिवत शुभारंभ हो गया। बच्चे मास्क लगाकर विद्यालय पहुंचे थे। कक्षा में उन्हें शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए बैठाया गया। बच्चे अपने दोस्तों से मिलकर उत्साहित नजर आ रहे थे। उधर घरों में सुबह से ही बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी शुरू हो गई थी। सुबह 8 बजे से ही स्कूल ड्रेस में सजे और पीठ पर बस्ता टांगे बच्चों से शहर की सड़कें गुलजार रही। सुबह 9 बजे विद्यालय खुलने पर नियमित प्रार्थना के बाद सभी कक्षाएं लगे। कोविड-19 गाइड लाइन के अनुसार बच्चों को दूरी से बिठाया गया। शिक्षकों ने साबुन से हाथ धुलवाए। इसके बाद दोपहर का भोजन भी कराया। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों ने विद्यालयों का निरीक्षण भी किया। सीबीएसई बोर्ड के स्कूल तक्षशिला सेंटपाल, एसएसएमबी माधवराव सिंधिया आदि सभी स्कूलों में भी नर्सरी से कक्षा 12 तक शिक्षण कार्य हुआ। इस दौरान आनलाइन चल रही सत्र परीक्षा का भी विद्यालय में ही आयोजन किया गया। शासन के निर्देश के बाद दो दिन पहले से ही विद्यालयों में पूरी तैयारी के निर्देश दे दिए गए थे। स्कूलों में क्लास रूम सहित पूरे परिसर में साफ सफाई की गई थी। स्कूल की कक्षाओं को सैनिटाइज किया गया था। कई स्कूलों के गेट पर थर्मल स्क्रिनिंग की गई। सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था रखी गई थी, ताकि कोई बच्चा बगैर मास्क के पहुंचता है तो उसको मास्क उपलब्ध कराया जा सके। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों के अलावा मान्यता प्राप्त व निजी विद्यालयों को भी कोविड नियमों के पालन के निर्देश दिए गए थे।।
बरेली से कपिल यादव