सहारनपुर/ देवबंद- मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक राव मुशर्रफ अली ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा के हेट स्पीच बयान और आतंकवादियों को शहीद का दर्जा देने पर घोर निन्दा करता हूं।
राव मुशर्रफ ने कहा कि हज यात्रा पर जो शेतान को पत्थर मारे जाते हैं तौकीर रजा वही शैतान है इसने रसूल की बेअदबी की है और इस्लाम की तोहीन की है और आला हजरत खानदान की भी तोहीन की है और पत्रकार बंधु का मुंह तोड़ना कहकर हिंदुस्तान के तमाम पत्रकारों की बेइज्जती की है। रसूल ने तो कहा था सबके साथ संवाद करो सबसे से मिल जुल कर रहो और हमेशा शांति और भाईचारे की बात करो। ऐसे बयान इस्लाम के खिलाफ हैं अगर कोई हिंसा की बात करता है तो इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता है। और हिंदुस्तान का संविधान भी हिंसा की इजाजत नहीं देता। इसलिए हिंदुस्तान के सभी लोगों को और खासकर मुस्लिमों को ऐसे शैतान से दूर रहना चाहिए। जो आतंकवादियों का समर्थन करें जो आतंकवादियों की पैरवी करें जो आतंकवादियों की शहीद के दर्जे की बात करें और जो आतंकवादियों के लिए पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए। ऐसे तालिबानी सोच और कट्टरपंथी मौलाना देश के लिए बहुत ही घातक है। यह शैतान मौलाना के रूप में आतंकवादियों की शहीद के दर्जे की बात करता है। बड़े ही अफसोस और शर्म की बात है जबकि आतंकवादियों का कोई दीन धर्म नहीं होता फिर भी आतंकवादियों की नमाजे जनाजा पढ़ाई जाती है। राव ने कहा कि जब आतंकवादियों का कोई धर्म नही होता तो फिर आतंकवादियों की नमाजे जनाजा क्यों पढ़ाई जाती है और क्यों पड़ते हैं और क्यों सपुर्द ए खाक करते हैं। जो लोग आतंकवादियों की नमाज पढ़ाते हैं या पढ़ते हैं और आतंकवादियों को सुपुर्द ए खाक करते हैं तो मैं समझता हूं कि वह कहीं ना कहीं जरूर आतंकवादियों के समर्थक हैं। राव मुशर्रफ ने कहा कि देवबंद में एक आंतकवादी की गिरफ्तारी होने पर मौलाना तौकीर रजा बरेली से चलकर गिरफ्तारी का विरोध करने आए थे इससे यह साबित होता है कि मौलाना तौकीर रजा का आतंकवाद से गहरा ताल्लुक है दूसरा प्रमाण यह है की बाटला हाउस में जो आतंकवादी मारे गए थे उनको शहीद का दर्जा देने की बात कर रहे हैं। राव ने कहा कि जब कश्मीर में पहचान पत्र देखकर सिक्खों और गैर मुस्लिमों को मारा जा रहा था जब तौकीर रजा क्यों चुप था और बांग्लादेश मे मां दुर्गा पूजन के दौरान मूर्तियां खंडित कर दी गई बेगुनाह लोगों को जान से मार दिया गया उनके घरों में आग लगा दी गई जब मौलाना तौकीर रजा क्यों दर्द नहीं हुआ उस वक्त मौलाना क्यों चुप था मौलाना तौकीर रजा जैसे लोग हिंदुस्तान में अमन-चैन और भाईचारे को खत्म करना चाहता है। ऐसे मौलानाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।
– सहारनपुर से सुनील चौधरी