बरेली। एसएसपी कार्यालय मे गुरुवार को बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन किया। आरोप था कि अधिवक्ताओं की शिकायत लेकर जब वह एसएसपी कार्यालय गए तो सीओ आशीष ने उनकी कोई भी शिकायत सुनने से इंकार कर दिया। जिसकी वजह से अधिवक्ताओं और सीओ में नोकझोक हो गई। मामला इतना बड़ा कि वह सभी एसएसपी कार्यालय में धरने पर बैठ गए। हालांकि बाद में एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने मामले को संभालते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया। तत्काल कुछ लंबित मामलों का निस्तारण भी कराया। बार एसोसिएशन के सचिव बीपी ध्यानी के नेतृत्व में चल रहे धरने में पुलिस मुर्दाबाद के नारे बार लगे। अधिवक्ताओं ने पुलिस पर मनमर्जी का भी आरोप लगाया। साथ ही कहा कि जब तक उनकी शिकायतों का निस्तारण नहीं हो जाता वह इस धरने से नहीं उठेंगे। जिसकी वजह से मामला और बिगड़ता चला गया धीरे-धीरे सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ता वहां पर एकत्र हो गए। पुलिस बार-बार समझाने की कोशिश कर रही थी मगर वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। धरने पर बैठे अधिवक्ताओं का आरोप था कि बीते कई दिनों से पुलिस लगातार उनका शोषण कर रही है। किसी भी मामले की शिकायत लेकर जाओ तो पुलिस उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं करती। गुरुवार को भी जब वह एसएसपी कार्यालय पहुंचे तो सीओ ने भी उनकी शिकायत सुनने की जगह उल्टा उन्हें फटकार लगाई। कहा कि वह अधिवक्ताओं पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करेंगे। जिसकी वजह से गुस्साए अधिवक्ता एसएसपी कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं का कहना था कि एक अगस्त को बारादरी के सूफी टोला के रहने वाले आमिर पर इलाके की कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। वजह थी कि आमिर ने उन लोगों को अवैध निर्माण करने के लिए रोका था। जिसकी वजह से उन लोगों ने लाठी-डंडों से पहले वार किए और बाद में फायरिंग भी की। इस मामले की उन्होंने बारादरी थाने में तहरीर दी। मगर पुलिस ने उल्टा प्रार्थी और अन्य लोगों का मेडिकल कराकर 151 में चालान कर दिया। लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की जिसकी शिकायत में गुरुवार को एसएसपी कार्यालय में लेकर आए थे।।
बरेली से कपिल यादव