बरेली। शहर के कुतुबखाना पर ओवरब्रिज का विरोध कर रहे व्यापारियों की भूख हड़ताल की चेतावनी देने के बाद रविवार को सर्किट हाउस में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, शहर विधायक डॉ अरुण कुमार, महापौर उमेश गौतम, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, सेतु निगम के अधिकारी सहित व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधित्व करने वाले व्यापारी भी मौजूद रहे। बैठक में सबसे पहले सेतु निगम के अधिकारियों ने 56 पिलर के पुल का पुराना नक्शा सामने रखा। मंत्री और महापौर में नया नक्शा दिखाने के लिए अधिकारियों से कहा तो 37 पिलर वाला पुल का नक्शा दिखाया। नक्शे के आधार पर यू सेफ के पिलर तैयार होंगे और एक पिलर से दूसरे पिलर के बीच की दूरी छह सौ मीटर होगी। संकरी जगह पर पिलर नहीं बनेंगे। व्यापारियों को इस नक्शे पर राजी करने की कोशिश की गई लेकिन वह ओवरब्रिज नहीं बनने देने पर अड़े रहे। इसके बाद अंडरपास का प्रस्ताव रखा गया। बैठक में तय हुआ कि अंडरपास के लिए एक्सपर्ट व्यू लिया जाएगा। व्यापारियों का कहना था कि पुल बनने से हमारा कारोबार चौपट हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने व्यापारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि आपके हित को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाएगा। व्यापारियों को परेशान होने की जरूरत नहीं है अब बाहर की कंपनी बुलाकर अंडरपास के लिए सर्वे कराया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत कुतुबखाना पर ओवरब्रिज बनाने की योजना है लेकिन व्यापारी ओवरब्रिज का विरोध कर रहे है। व्यापारियों का कहना है कि ओवरब्रिज बना तो उनका कारोबार पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। लेकिन प्रशासन के कोशिश है कि ओवरब्रिज को बनाकर को कुतुबखाना बाजार में लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव