बरेली। जिले के चंद्रपुर बिचपुरी में बीडीए की कार्यवाही का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को चंद्रपुर बिचपुरी गांव के दर्जनों ग्रामीण बीडीए के प्रियदर्शी नगर स्थित कार्यालय पहुंच गए। कार्यालय पर ग्रामीणों अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बीडीए की ओर से अवैध निर्माण के नोटिस देने की प्रक्रिया को अवैध बताया। इसके अलावा बीडीए की ओर से 18 मीटर चौड़ी सड़क निर्माण के लिए कुछ दिन पहले मजार के ऊपर बना मकबरा तोड़ने का मामला भी उठा। मुरीदों ने कहा कि प्राधिकरण ने पहले जैसी मजार बनाने पर सहमति जताई थी। लेकिन गुरुवार को करीब एक सप्ताह का समय बीत गया है। प्राधिकरण ने मजार के ऊपर से ध्वस्त किए गए मकबरे का मलवा तक नहीं हटाया। अभी दो दिन पहले प्राधिकरण के अधीक्षण अभियंता राजीव दीक्षित टीम के साथ बुलडोजर लेकर पहुंचे थे। ग्रामीणों को लगा कि शायद मलवा हटेगा लेकिन अधीक्षण अभियंता केवल सड़क की पैमाइश के लिए खुदाई करवाने के बाद पोल लगवाकर चले गए थे। आपको बता दें कि पिछले शुक्रवार को रामगंगा आवासीय परियोजना में बरेली विकास प्राधिकरण ने एक मजार का मकबरा और कुछ दूरी पर एक मंदिर का गेट को अवैध बताते हुए तोड़ा था। जिसके बाद मजार कमेटी से जुड़े लोगों और मुरीदों ने विरोध भी जताया था। मामले में दरगाह आला हजरत के प्रतिनिधियों को हस्तक्षेप करना पड़ा था।।
बरेली से कपिल यादव