वाराणसी- इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गेनाइजेशन वाराणसी शाखा के अध्यक्ष डॉ दिनेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में सिगरा स्थित उनके आवास पर कोविड-19 पर होम्योपैथिक वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर जे. एन. सिंह रघुवंशी थे,
कोविड-19 पर वृहद वैज्ञानिक चर्चा में इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ आर सी श्रीवास्तव ने अपने विस्तृत वैज्ञानिक उद्बोधन में बताया कि कोविड-19 एक कृतिम वाहय प्रोटीन वायरस है जो प्रयोगशाला द्वारा निर्मित है, यह हमारे शरीर के प्राकृतिक डिफेंस मैकेनिम्स को नष्ट कर देता है यह एक वाइड स्प्रेड आर्टिफिशियल वायरस है जिससे इसके ऊपर climate temperature weather का कोई प्रभाव नहीं पड़ता यह changeable symptom produce करता है यह हमारे शरीर के अंदर विद्यमान natural antibody character को म्यूटेशन द्वारा परिवर्तित कर natural immunity को समाप्त कर देता है.
प्रतिरक्षण शक्ति को प्राकृतिक रूप से बरकरार रखने में होम्योपैथिक दवाओं की विशेष भूमिका देखी गई है विगत कुछ महीनों में होम्योपैथिक चिकित्सकों द्वारा स्वयं अपने परिवार में और कुछ दूसरे परिवार में होम्योपैथिक दवाओं के माध्यम से इस जानलेवा संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रख कर देखा गया,
इंडियन होम्योपैथिक ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जे.एन. सिंह रघुवंशी होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के सदस्य ने अपने उद्बोधन में सरकार से अनुरोध किया कि वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजनाओं के मुख्यधारा में होम्योपैथिक विधा को भी अपनावे,
वैज्ञानिक संगोष्ठी में मुख्य रूप से वैज्ञानिक समिति के सचिव डॉ अर्पिता चटर्जी ने कोविड-19 पर किए गए अपने अनुसंधान पर प्रकाश डाला. वैज्ञानिक समिति के अन्य सदस्य डॉ निधि रावत डॉ एस.के. चौबे, डॉ वी शंकर, डॉक्टर शकील अहमद, डॉक्टर बी पी सिंह, डॉ मनीष त्रिपाठी ने विशेष रूप से भाग लिया, संगठन के वरिष्ठ सदस्य डॉ एस के पांडेय जी के भतीजे के आकस्मिक निधन पर सभी पदाधिकारियों ने शोक भी जताया।
– वाराणसी से महेश पाण्डेय