मिर्जापुर- यह मामला मिर्जापुर जिले के तहसील मड़िहान के राजगढ़ क्षेत्र नादिहार गाँव का मामला है पीड़ित ने क्षेत्रीय लेखपाल के ऊपर लगाया घुस लेने के बाद भी काम नही करने का आरोप !!
एक ब्यक्ति ने रामपुर 38 में अपनी जमीन की पक्की पैमाइस करने के लिए सरकारी शुल्क जमा कर एसडीएम न्यायालय से आदेश कराया था। लेकिन क्षेत्र में तैनात लेखपाल ने उस जमीन को नापने के लिए दस हजार रुपया सुविधा शुल्क लेने के बाद भी एसडीएम न्यायालय के आदेश को मानने से इनकार कर नाप करने से इनकार कर दिया, तब पीड़ित ब्यक्ति ने मंगलवार को तहसील दिवस पर पुनः एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर जांच कर कार्यवाई करने की मांग की, जिसपर एसडीएम सविता यादव ने जांच कर करवाई करने काआश्वासन दिया है।
जबकि पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि नदिहार निवासी धनुधारी पटेल ने धारा 24 की तहत सरकारी शुल्क जमा कर अपने जमीन की पक्की पैमाइस के लिए छः माह से तहसील के चक्कर लगा रहे है। एसडीएम मड़िहान सविता यादव ने पक्की पैमाइस करने के लिए आदेशित कर फाइल राजस्व निरीक्षक को सौप दिया।जिसपर लेखपाल ने नाप करने में खर्च लगने के नाम पर दस हजार रुपये लेने के बाद भी एसडीएम न्यायालय के आदेश को भी ठेंगा दिखा रहा है। लेखपाल ने नाप करने से इनकार कर दिया, तब पीड़ित ने तहसील दिवस पर पुनः प्रार्थना पत्र देकर रिश्वत लेने के बाद भी आदेश पर नाप से इनकार करने की बात एसडीएम को बताई, तब एसडीएम सविता यादव ने रिश्वत देने पर पीड़ित को फटकारते हुए इसकी जांच कराकर कार्यवाई का आश्वासन दिया है। वहीं पीड़ित व्यक्ति का कहना है कि यदि मुझे न्याय नहीं मिलता है तो मैं लखनऊ चलकर जनता दरबार में मुख्यमंत्री योगी जी से बात रखूंगा। जबकि पीड़ित के पास रिश्वत देने का वीडियो है। अब देखना है कि योगी सरकार में रिश्वतखोर कर्मचारियों को शासन प्रशासन कैसे लगाम लगाता है।
– बृजेन्द्र दुबे मडियांन मिर्जापुर