पिपरी ( सोनभद्र ) – पिपरी नगर का एक मात्र राजकीय इंटर कॉलेज में अध्यापको की तैनाती को लेकर मामला विगड़ता जा रहा है । एक भी अध्यापक शासन द्वारा भेजे नही जा रहे है , उसकी जगह पर जो अभिभावक संघ की तरफ से बाहर से अध्यापक रखे जाते थे उसके भी लाले पड़ गये । अब कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों की फीस न लगने का शासनादेश आने पर अभिभावक से एक भी रुपया फीस के तौर पर नही लिया जाएगा और ना ही उन पैसों से अध्यापक रखे जाएंगे । अब केवल 4 सरकारी अध्यापक के सहारे चलेगा हजारो बच्चो के भविष्य की पढ़ाई ।
पहले सन 1900 के लगभग निजी कंपनियों द्वारा हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और कनोडिया कैमिकल्स/ ग्रासिम इंडस्ट्रीज द्वारा – 2 – 2 अध्यापक राजकीय इंटर कालेज को दिया जाता था ,क्योकि उनके यहां कार्यरत कर्मचारी के बच्चे यहां पढ़ते थे किंतु जब से अग्रवाल जी गये तब से इन कम्पनियो द्वारा भी अध्यापको की व्यवस्था देना बंद कर दिया गया साथ ही सरकारी अध्यापक भी रिटायर होते चले गए गये ।
कल दिनाँक 18 अप्रैल 2018 को इस बाबत हिण्डालको इंडस्ट्री के pc डिपार्टमेंट के हेड संजय सिंह जी से बात हुई तो कहे कि पहले अग्रवाल जी थे तो करते थे अब मैनेजमेंट बदल गया है इसलिए कुछ नही हो पायेगा । सोचिये दूर दराज के गांवों में कम्पनी का बोर्ड लगा कर, कि हमने इन गांव वालों के ऊपर करोड़ो खर्च कर ये सुविधा दिया है ,सो कोरा बकवास है और करोड़ो के टैक्स की चोरी है । जहां इनके कर्मचारी के बच्चे पढ़ते है जब ये वहां सुविधा देना बंद कर दिए तो गाँवो के लिए खाक करेंगे ।
सोचिये 1900 के दशक में जब विद्यालयो को अध्यापको की कमी थी जिसकी भरपाई उस समय की सरकार भी नही की थी तब इन निजी कम्पनियो के द्वारा एढाक पर रखे अध्यापको के सहारे चल रहा था ,तब सरकार सोती रही थी और आज भी सो रही है । इक्जाम सीसीकैमरा में होगा । लेकिन अध्यापक नही देंगे। अगर अध्यापक दे तो cc कैमरा की जरूरत ही नही होगा ।
अब एक मात्र सहारा यहां पिपरी के बुद्धजीवी वर्ग का है जो किसी प्रकार लग कर अध्यापको की व्यवस्था कराये जिससे इन बच्चों का भविष्य सवर सके ।
-सर्वदा नन्द तिवारी, सोनभद्र