गोरखपुर- बीआरडी मेडिकल कॉलेज इस नाम को सुनते है। आँखों के सामने भयवाह मंजर नजर आता है। उन परिजनों की अवाजें सुनाई देती हैं जो अपने मासूमों के लिए रोते चिल्लाते ईश्वर से फ़रियाद लगा रहे थे। वही मेडिकल कॉलेज एक बार फिर आग की चपेट में है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के एमआरआई विभाग में आग लग गयी। इस आग को बुझाने के प्रयास जारी है। वहीं किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है।लेकिन इस आग में कॉलेज ने क्या क्या खो दिया इस बात का पता तो आग बुझने के बाद चलेगा।
आपको बता दें कि सुर्ख़ियों में रहे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में 8 जनवरी को आग लगी थी। यह आग बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य कार्यालय और उसके आस-पास के कमरों में आग लग गई थी। ऑक्सीजन कांड के कुछ महीने बाद लगी इस आग में 300 से ज्यादा फाइलों के जलने का दावा किया गया था। जिसमें दावा यह था कि ऑक्सीजन कांड की महत्वपूर्ण फाइलें भी जलकर राख हो गई है।
कर्मचारी नेता नवेन्दु शुक्ला का कहना है कि सुर्ख़ियों में रहे बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में इस प्रकार की घटना यह साबित कर रही है कि प्रशासन कितना सुस्त है। जहाँ अस्पतालों में अग्निशमन विभाग को मार्क-ड्रील कर आग के संसाधनों की जाँच समय समय पर करनी चाहिए वहीं प्रशासन की हीलाहवाली के कारण आग लगने का इंतज़ार किया जाता है और मरिजों की, उनके परिजनों की जान जोखिम में डाली जाती है।