बरेली। शहर भर की विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। कई कई घंटों बिजली बिना किसी कारण के गुल कर दी जाती है। अफसरों का इस और कोई ध्यान नहीं है। यह हाल तब है जब उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश हैं कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली की सप्लाई दी जाए। शिकायत करो तो बता दिया जाता है कि फाल्ट को सही कराने के लिए बिजली की कटौती की गई है। ऐसे में बार बार फाल्ट होना भी विद्युत विभाग के अफसरों की ही बड़ी लापरवाही है। अब सप्ताह में 2 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में लोग घरों में कैद हैं। बिजली गुल होते ही उनकी परेशानी बढ़ जाती है। हैरानी की बात तो यह है कि कहीं भी फाल्ट होने की वजह से क्षेत्र की बिजली गुल हो जाती है। रात के समय में होने वाले फाल्ट से तो लोगों की नींद उड़ जाती है। रात में मरम्मत के नाम पर बिजली अघोषित कटौती से लोगों को गर्मी और उमस से जीना मुहाल हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी व्यापारी और कामकाजी तबके को हो रही है। बहीं अधिकारियों का मानना है कि मांग अधिक बढ़ने से ट्रांसफार्मर ओवरलोड पड़ने की वजह से फाल्ट हो रहे हैं।
लो हाई वोल्टेज होने से रोक रहे उपकरण
शुक्रवार की देर रात बदायूं रोड स्थित बृंदावन कॉलोनी में वोल्टेज हाई लो होने से अधिकांश उपकरण फुंकने लगे हैं। जिससे लोगों ने अधिकांश उपकरण बंद ही कर रखे हैं। शनिवार को तो चार बजे से बिजली पूरी तरह गुल हो गई। जिसकी शिकायत विभाग के आला अधिकारियों से बार-बार किए जाने के बाद वह एक दूसरे पर टालते रहे। बाद में विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता वितरण से शिकायत की गई। उनके निर्देश पर विभाग के कर्मचारियों फाल्ट खोजने में जुट गए।
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में भी बिजली रहे गुल
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जब शुक्रवार को मंडलायुक्त सभागार में कोरोना वायरस का लगातार ग्राफ बढ़ने पर मंथन करने आए तो उस दौरान भी शहर के सिविल लाइन सहित अधिकांश क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति ठप रही। जबकि अब से पहले किसी भी मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान विद्युत व्यवस्था पहले से ही दुरुस्त कर दी जाती है।
कार्यालय में नहीं बैठ रहे अधिकारी
बिजली विभाग में कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आने की वजह से अधिकांश अधिकारी अपने अपने चेंबर में बैठने से कतरा रहे है। वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि अधिकारियों के न बैठने से समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा। मुख्य अभियंता वितरण तारिक मतीन ने बताया कि शहरी क्षेत्र में 24 घंटे अनवरत बिजली आपूर्ति करने का प्रयास किया जाता है। यदि कहीं फाल्ट आ जाता है तो फाल्ट ठीक करने के लिए सप्लाई बाधित की जाती है। फाल्ट ठीक होते ही सुचारु रुप से शुरू कर दी जाती है।।
बरेली से कपिल यादव