वाराणसी- बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ अंबेडकर जयंती समारोह समिति की ओर से डाँ अंबेडकर स्मारक कचहरी वाराणसी से समिति के अध्यक्ष अरूण कुमार प्रेमी के नेतृत्व में बाबा साहेब की जयंती के पूर्व संध्या पर विशाल धम्म यात्रा का आयोजन किया गया ये यात्रा कचहरी से शुरू होकर चौकाघाट. सिगरा. महमूरगंज. मडुआडीह. डी एल डब्ल्यू. ककरमत्ता. लंका. भेलूपुर गोदौलिया पाण्डेय पुर होते हुए सारनाथ में यात्रा का समापन होगा यात्रा के पडाव डी एल डब्ल्यू में हुआ जहाँ यात्रा में शामिल होने वाले समिति के सदस्यों के लिए अल्पाहार की भी व्यवस्था की गई थी यात्रा का नेतृत्व करते हुए अरूण कुमार प्रेमी जी ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य लोगों को बाबा साहेब संदेशों को बताना कि बुध्द का मार्ग ही सर्वोत्तम है और बुध्द ने सर्वोत्तम जीवन का मार्गदर्शन किया है जो कि सम्पूर्ण मानव जीवन के लिए कल्याण कारी है आगे उन्होंने बताया कि इस धम्म यात्रा का आरंभ कचहरी से हुआ और इसमें वाराणसी सहित लगभग 20 जिलों से बाबा साहेब के अनुयायी विभिन्न प्रकार की झांकियों के साथ हजारों की संख्या में सम्मलित है समिति के राष्ट्रीय महासचिव मुसाफिर ने कहा कि बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर ने समाज में समता. स्वतंत्रता बंधुत्व और न्याय पर आधारित भारतीय संविधान लिख कर भारत को बौद्ध राष्ट्र की पहचान स्थापित किया और कहा कि उनके अनुयायियों को उनके दिखाये मार्ग पर चलकर खुद को बौद्ध कहना होगा धम्म यात्रा में शामिल होने वाले अनुयायियों में समिति के महामंत्री बृजेश कुमार भारती सुभावती. डॉ प्रेम सागर. आर के बौद्ध. लालमन बौद्ध. गोपाल राय. विजय कुमार राय. प्रवीण कुमार. एम जी निगम. नीलम निगम. ओमकार नाथ शास्त्री सुनील कुमार. जय प्रकाश. धनंजय कुमार आदि तथा यात्रा संचालन महामंत्री बृजेश कुमार भारती ने किया।
रिपोर्ट-:मनमोहन तिवारी डीएलडब्ल्यू वाराणसी