बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय कैंपस में कोरोना खौफ के कारण बाहरी लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है लेकिन यह बात यूनिवर्सिटी के पास रहने वाले गौटिया के लोगों को रास नहीं आ रही है। यूनिवर्सिटी कैंपस से होकर एक रास्ता गांव को और भी जाता है। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने इस रास्ते को बंद कर दिया है। जिस पर विवाद बढ़ता जा रहा है। गेट खोलने को लेकर गांव के लोग यूनिवर्सिटी में बार-बार हंगामा कर रहे है। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि सालों पहले अपने स्टाफ को आने जाने के लिए एक कच्चा रास्ता खोल दिया था लेकिन गांव के लोगों ने इसे सार्वजनिक बना दिया। बाहरी लोग इस रास्ते से कैंपस में आकर माहौल खराब करते है। जिस कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन बार-बार इन रास्तों को बंद कर देता है।
सुरक्षा प्रभारी को दी जान से मारने की धमकी
कैंपस के गेट को खोलने के लिए गौटिया में रहने वाले यूनिवर्सिटी प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं जबकि संक्रमण के डर के कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। जांच के बाद ही लोगों को कैंपस में प्रवेश दिया जाता है। सुरक्षा प्रभारी सुधांशु शर्मा ने बताया कि रास्ते खोलने को लेकर लोग अब जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं। फिलहाल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने निर्देश पर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।
गांव के लोग करते हैं कैंपस का माहौल खराब
कैंपस में आने के बाद गांव के लोग यूनिवर्सिटी में कई बार दारू पार्टी करते हुए पकड़े जा चुके हैं। यूनिवर्सिटी में कई बार इस गांव के युवक बाइक से फर्राटा भी भरते नजर आते है। जिस कारण कई बार छात्र चोटिल भी हो चुके है। इस कारण कुलपति ने रास्ते को बंद कराने के लिए निर्देश दिए है। कई बार गांव के लोग कैंपस में आकर माहौल को खराब करते हैं इसलिए रास्ते को बंद किया गया है।।
बरेली से कपिल यादव