फतेहगंज पश्चिमी,बरेली। पूरे देश में लॉक डाउन 4.0 चल रहा है। लॉक डाउन में गरीब बुजुर्ग व विधवाओं के खातों में पेंशन ना पहुंचने के कारण बुजुर्ग और विधवाओं को खाने के लाले पड़े हुए हैं लेकिन सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते बुजुर्ग और विधवाओं को पेंशन की किस्त उनके खाते में नहीं पहुंच रही है। हेल्पलाइन पर कॉल करने पर भी लाभार्थियों को झूठा आश्वासन दिया जा रहा है। मोबाइल कॉल पर समस्या समाधान न होने पर वे समाज कल्याण विभाग और महिला कल्याण विभाग में पेंशन के लिए भटक रहे है। कोरोना वायरस में सरकार पेंशन लाभार्थियों को 12 महीने के बजाय 14 महीने की किस्त देने की घोषणा कर चुके हैं लेकिन सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते कोरोना काल से पहले ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी कर चुके सैकड़ों बुजुर्ग और विधवाओं का सत्यापन भी पूरा हो चुका है। फिर भी लाभार्थियों के खाते में किस्त की राशि नहीं भेजी जा सकी है। पीर बहोडा की रहने वाली सुशीला देवी ने बताया कि 9 अक्टूबर को उनके पति की मौत हो गई थी। एक बेटी की शादी हो चुकी है। बेटा पत्नी के साथ अलग हो गया है। लॉक डाउन में हमे व परिवार को सरकारी मदद नहीं मिली है। ऊपर से राशन कार्ड से यूनिट भी कट चुके है। इससे गुजारा करना मुश्किल हो रहा है। विधवा पेंशन के लिए आवेदन किया था। जिसका सर्वे भी हो गया। लेखपाल ने सर्वे रिपोर्ट ही नहीं भेजी है। जिस कारण खाते में पेंशन की राशि नहीं भेजी गई।।
बरेली से कपिल यादव