बरेली। दुनिया भर के लोग इस समय कोरोना की महामारी से जूझ रहे हैं। कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए देश में इस समय लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन के बाद से आवागमन भी बंद हो गया है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को हो रही है। रोजाना कमाने वाले मजदूरों को भी खाने के लाले पड़ गए हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए शहर के सामाजिक संगठनों ने अच्छी पहल शुरू की है। जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट बंटवाने का काम शुरू हो गया। रामपुर दिल्ली हाईवे पर स्थित जीरो प्वाइंट पर दिल्ली गाजियाबाद की ओर से आ रहे भूखे-प्यासे लोगों के लिए यहां खाना, पानी की व्यवस्था की गई है। यही नहीं हाईवे किनारे झोपड़ पट्टी में रह रहे लोगों को भी खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं। शहर के सामाजिक संगठन और क्षेत्रीय पुलिस मिलकर गरीबों की मदद करने में जुटी है। सीबीगंज थाने की ओर से एसएसआई प्रदीप बिश्नोई ने बांके बिहारी मंदिर कल्याण समिति के साथ मिलकर 200 राशन के पैकेट जरूरतमंदों में वितरित किए हैं। बीएल एग्रो के घनश्याम खंडेलवाल की ओर से प्रतिदिन 1000 पैकेट बना हुआ भोजन बड़ाबाईपास पर दिल्ली गाजियाबाद से पैदल आ रहे भूखे-प्यासे लोगों को दिए जा रहे हैं। इसी तरह तेजस फूड वानी ग्रुप ने शनिवार से दो गाड़ियां जीरो प्वाइंट पर खड़ी की हैं, जिसमें बिस्किट, ब्रेड और पानी की बोतल भरी हुई है। यहां पैदल निकलने वाले हर व्यक्ति को पानी और खाने-पीने का सामान मुहैया कराया जा रहा है। परसाखेड़ा रोड नंबर-4 पर स्थित शुभी पेट्रोल पंप के मालिक शिशुपाल सिंह भी गरीबों की मदद करने में पीछे नहीं है। वह भी लोगों को सेल्समैनो के द्वारा खिचड़ी और फल-फ्रूट वितरित करा रहे हैं। हाईवे किनारे स्थित धंतिया गांव के लोगों ने हाईवे पर जा रहे लोगों को वेज बिरियानी बांटी। परसाखेड़ा चौकी इंचार्ज दानवीर सिंह, हेड कांस्टेबल रजित कुमार सहित चौकी पुलिस जरूरतमंदों और भूखों लोगों को भोजन करा रही है।।
– बरेली से कपिल यादव