दिल्ली-आज रात 12 बजे से पूरे देश मे 21 दिन का सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है ।यह एक तरह का कर्फ्यू ही है, जनता कर्फ्यू से एक कदम आगे।इससे पहले पीएम मोदी ने 19 मार्च को भी देश को संबोधित किया था। यह एक हफ्ते में दूसरी बार पीएम मोदी का संबोधन है।देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित किया ।
पीएम मोदी ने आज रात 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है।प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से, घरों से बाहर निकलने पर, पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।हमें भी ये मानकर चलना चाहिए कि हमारे सामने यही एक मार्ग है. हमें घर से बाहर नहीं निकलना है।चाहे जो हो जाए, घर में ही रहना है।
उन्होंने कहा कि उपाय क्या है, विकल्प क्या है? कोरोना से निपटने के लिए उम्मीद की किरण, उन देशों से मिले अनुभव हैं जो कोरोना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सोचिए, पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे 2 लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे. ये और भी भयावह है कि दो लाख संक्रमित लोगों से तीन लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ चार दिन लगे. यही वजह है कि चीन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली-ईरान जैसे देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलना शुरू किया, तो हालात बेकाबू हो गए।
उन्होंने कहा कि आपको ये याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वो संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता. इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए।
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि घर में रहें, घर में रहें और एक ही काम करें कि अपने घर में रहें. आज के फैसले ने, देशव्यापी लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है।आने वाले 21 दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, कोरोना वायरस की संक्रमण सायकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है।