*पुलिस हत्यारों की सरगर्मी से तलाश में जुटी
लखनऊ- राजधानी में नाका थाना इलाके में खुर्शीद बाग स्थित हिन्दू समाज पार्टी के कार्यालय में शुक्रवार को दिनदहाड़े पार्टी अध्यक्ष कमलेश तिवारी की गला रेतकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने कमलेश से उनके घर में ही बने ऑफिस में आधा घंटे मुलाकात के दौरान उनके साथ चाय भी पी और इसके बाद घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। पुलिस को घटनास्थल से एक पिस्टल मिली है।
सूत्रों की मानें तो आईएसआईएस के निशाने पर थे हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी।गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े दो संदिग्धों की पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम आया था। पकड़े गए उबेद मिर्जा और कासिम ने पूछताछ में कमलेश तिवारी का नाम लिया था। दोनों संदिग्धों को कमलेश तिवारी का वीडियो दिखाकर मारने के लिए कहा गया था।यह दोनो संदिग्ध आतंकी अक्टूबर 2017 में गुजरात से दबोचे गए थे।गजवा ए हिंद के जिहाद का तारगेट बने कमलेश तिवारी और पुलिस इसे रंजिश का मामला मान रही है।
लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र स्थित खुर्शीद बाग कालोनी में कमलेश तिवारी ने अपने घर पर ही हिन्दू समाज पार्टी का कार्यालय बना रखा था और खुद को इस पार्टी का अध्यक्ष बताते थे। उनके नौकर स्वराष्ट्रजीत सिंह ने बताया कि आज सुबह कमलेश तिवारी के पास कुछ लोगों का फोन आया और मिलने के लिए आने को कहा। ATS गुजरात द्वारा खतरे की फि गई जानकारी के बाद भी तिवारी को पुलिस प्रशासन से सुरक्षा के तौर पर एक सिपाही मिला हुआ था जो घटना के समय एक डंडा लेकर भूतल पर सोया हुआ था।
फोन आने के 10 मिनट बाद तिवारी से मिलने के लिए बाइक से दो लोग आये। उक्त दोनों मिठाई का डिब्बा लिए हुए थे जिसमें चाकू और असलहा था। इनके साथ एक गार्ड भी आया था जो ग्राउंड फ्लोर पर रुक गया था और यह दोनों पहली मंजिल पर स्थित कार्यालय में आ गए थे। चूंकि कमलेश तिवारी दोनों से पहले से परिचित थे, इसलिए दोनों को बिठाकर बातचीत करने लगे।
पुलिस के मुताबिक नौकर ने बताया कि बातचीत के दौरान कमलेश तिवारी से मिलने आये दोनों लोगों ने धारदार हथियार से बिजनौर के मौलाना द्वारा घोषित इनाम के मुताबिक गलाकाट कर दी हत्या व बचने की गुंजाइश न रहे इसलिए गोली भी मारी घायलावस्था में पड़े थे कमलेश तिवारी और आसपास खून फैला पड़ा था। पास ही में एक सफ़ेद रंग की पिस्टल पड़ी थी जो आगंतुक एक मिठाई के डिब्बे में रखकर लाये थे। उनसे मिलने आये दोनों लोग लोग और उनका गार्ड फरार हो चुके थे। चश्मदीद ने बताया कि यह लोग पहली बार मिलने आये थे क्योंकि इससे पहले इन्हें कभी नहीं देखा था।मरणासन्न अवस्था में कमलेश को आनन-फानन में ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। नौकर ने पुलिस पर भी लापरवाही का भी आरोप लगाया व बताया कि आधे घंटे तक 100 नंबर पर काल करने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी।
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने ATS गुजरात के द्वारा अपनी रिपोर्ट में गजवा ए हिन्द के निशाने पर होने के बाद भी उक्त हत्याकांड को बताया रंजिस का नतीजा
मौके से एक असलहा बरामद हुआ है। पुलिस बिजनौर के मौलाना द्वारा गला काट कर हत्या करने पर की गई घोषणा को छिपा कर बता रही हैं प्रथमदृष्टया किसी व्यक्तिगत रंजिश की बात
पुलिस का यह भी कहना है कि हत्यारे परिचित भी हो सकते हैं क्योंकि उनका जिस तरह से आना हुआ और चाय पीने के बाद घटना को अंजाम दिया।
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिला है जिसमें दोनों बदमाश भगवा रंग के कपड़ेपहने हुए हैं। हत्या को अंजाम देकर भागते नजर आ रहे हैं।
बताते है कि उक्त हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी ने सीतापुर में अपनी पैतृक जमीन पर गोडसे का मंदिर बनाने का ऐलान किया था व हिंदू समाज के कार्यो में व्यवधान न आये इसलिए पैतृक संपत्ति भी विक्रय कर दी थी। कमलेश तिवारी राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट में कुछ समय तक हिन्दू महासभा की तरफ से पक्षकार भी रहे थे। हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी द्वारा एक धर्मविशेष पर विवादित टिप्पणी के मामले को लेकर विवाद में आ गए थे और इन पर रासुका भी लगी थी। व बिजनौर के मौलाना ने खुलेआम कमलेश तिवारी की गला काट कर हत्या करने वाले को लाखों रुपए इनाम देने का एलान किया था
घटना के विरोध में समर्थकों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की और बाजार की सभी दुकानें बन्द कराकर हमलावरों को गिरफ्तार करने की मांग की। माहौल बिगड़ता देख पुलिस प्रशासन ने पोस्टमार्टम हाउस को छावनी में तब्दील कर दिया। एसपी ट्रांस गोमती के साथ-साथ कई क्षेत्राधिकारी और कई थानों की भारी फोर्स पोस्टमार्टम हाउस पर तैनात है। श्री नैथानी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हत्यारों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।