गोण्डा- मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर दूर फैजाबाद रोड पर पराग दूध बिक्री केन्द्र है जिसमे पराग छेना खीर दूध दही मट्ठा पराग देशी घी के साथ और कई अन्य खाद्य सामग्री बनाया जाता है जब इस पराग डेरी दूध केन्द्र के अंदर इसके उपकरण रख रखाव और सामग्री को देखा तो पता चला की नाम और काम में कितना फर्क है भरपूर गन्दगी के साथ ना ही कोई देखभाल ना ही कोई जानवर व जीवजन्तु जाने की रोकथाम है ये तस्बीर देख कर आप खुद ही समझ जायेंगे की पराग दूध का सामान सिर्फ एक नाम है इसका बनाया हुआ प्रोडक्ट खाने योग्य नहीं है आइये हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में जानकारी देते हैं जो तीसरी आँख बयां करती है घटना शहर कोतवाली क्षेत्र ग्राम पंडित पुरवा पोस्ट बभनी क़ानूनगो फैजाबाद रोड गोण्डा की है जहां के चार लोग पराग छेना खीर खाने से तुरंत बीमार पड़ गये और अपने परिजनों को डॉक्टर के यहां भर्ती कराकर शहर कोतवाली पहुंच गया और सारी घटना के बारे में बताया की मेरे परिजन डॉक्टर के यहां भर्ती हैं राजीव कुमार ने घटना के बारे में शहर कोतवाली में पराग दूध मिल्क बार के खिलाफ तहरीर देकर बताया कि इस छेना खीर में छिपकली मरी पड़ी है जब पराग छेना खीर के डिब्बे को दिखाया तो देखने वालों की भीड़ लग गई और कई लोगों के होश उड़ गये राजीव कुमार का कहना है कि हम पराग दूध बिक्री केन्द्र से मंगलवार शाम करीब पांच बजे चार डिब्बा छेना खीर ले गये थे जिसको खाने से रामलली उम्र 45 खुसबू 30 मोंटी 7 व आकाश 9 साल मेरे परिजनों को उल्टी आने के बाद बेहोश होने लगी राजीव ने परिजनों को डॉक्टर के यहां भर्ती कराकर शहर कोतवाली पहुंच गया और अपनी सारी घटना तहरीर में लिख कर दिया इस मौके पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी युगल किशोर भी पहुंच गए थे फिलहाल शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आलोक राव ने सारी बातों गहराई से लेते हुए मामले की लिखापढ़ी कराई और चार डिब्बे पराग छेना खीर को सीज कर खाद्य सुरक्षा अधिकारी के सुपुर्द कर दिया जिसे खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने छेना खीर को जांच परीक्षण केन्द्र के लिये भेज दिया है।
– महेश गुप्ता