ट्रैक्टर के इंजन व चैसिस नम्बर बदलकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश:गिरोह के 6 लोग गिरफ्तार

*फर्जी कागजातों के आधार परडुप्लीकेट आर.सी. बनाकर बेचते थे ट्रैक्टर

रोहतक/हरियाणा- रोहतक पुलिस की सीआईए-1 की टीम ने ट्रैक्टर के इंजन व चैसिस नम्बर बदलकर फर्जी आई.डी. पर डुप्लीकेट आर.सी. तैयार करके ट्रैक्टर को ऊंचे दाम पर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। अभी तक गिरोह में शामिल 6 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरोह द्वारा अन्य वारदातों बारे भी खुलासा होने की उम्मीद है। मामलें की गहनता से जांच जारी है।

अपराध शाखा प्रथम निरीक्षक बिजेन्द्र भंडारी ने बताया कि गांव गिगोरानी जिला सिरसा निवासी अनिल ने नरेश निवासी सैमाण, हरजीत निवासी मुसैली, खुशीराम, प्रहलाद व अन्य के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420,467,468,471,120बी,506,365 के तहत अभियोग संख्या 149/19 थाना महम में अंकित कर जांच शुरु कर दी। पुलिस अधीक्षक रोहतक श्री जशनदीप सिंह रंधावा के दिशा-निर्देशों अनुसार मामलें की जांच अपराध शाखा प्रथम द्वारा अमल में लाई गई। दौराने जांच पाया गया कि ऑटो मार्केट फतेहाबाद में प्रत्येक रविवार ट्रैक्टरों के सेल-परचेज का खुला बाजार लगता है। ऑटो मार्केट में हरजीत निवासी मुसैली जिला फतेहाबाद की दुकान है। दिनांक 10.03.19 हरजीत ने अपने साथी खुशीराम व प्रहलाद के साथ मिलकर अनिल निवासी गिगोरानी को एक ट्रैक्टर स्वराज 855 नम्बर HR-11L-3159 रंगा सफेद व लाल बेच दिया। जो मौके पर ट्रैक्टर बेचने वाले नरेश व दिलबाग भी मौजूद थे। ट्रैक्टर को सौदा 5 लाख 90 हजार रुपये में तय हुआ। अनिल ने मौके पर ही ब्याने के 50 हजार रुपये दे दिए तथा बाकी रुपये दिनांक 14.03.19 को देने की बात हुई तथा ट्रैक्टर अपने साथ ले गया। आर.सी. पर ट्रैक्टर मालिक का नाम राजबीर निवासी बनवासा जिला सोनीपत अंकित था। आर.सी. पर ट्रैक्टर का रंग सफेद व ग्रे लिखा था। दिनांक 18.03.19 तो हरजीत अपने साथियों के साथ पैसे लेने अनिल के घर पहुँचा तो अनिल ने आर.सी. ठीक कराने के बाद बकाया रकम देने देने की बात कही क्योंकि आर.सी. पर ट्रैक्टर का रंग अलग था। हरजीत व उसके साथी अनिल को धमकी देकर वापिस आ गए। दिनांक 23.03.19 को महम थाना पुलिस ने ट्रैक्टर चोरी के मामलें में अनिल को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा अनिल से पुछताछ पर महम थाना में दर्ज ट्रैक्टर चोरी का मामला फर्जी पाया गया। अनिल को अदालत से डिस्चार्ज कराया गया।

जांच में सामने आया कि विकास निवासी गांव खरकड़ा ने ट्रैक्टर स्वराज 855 रंग लाल व सफेद महम एजेंसी से 1 लाख 70 हजार रुपये जमा करवाकर खरीदा था। विकास ने ट्रैक्टर अपने साथी गांव भैणी चन्द्रपाल निवासी राहुल को दे दिया। राहुल ने ट्रैक्टर 3 लाख 40 हजार रुपये में नरेश निवासी सैमाण को बेच दिया। नरेश ने उक्त ट्रैक्टर को हरजीत के पास फतेहाबाद भेज दिया। हरजीत ने ट्रैक्टर के इंजन नम्बर व चैसिस नम्बर बदल दिए। रामपाल निवासी महम ने फर्जी कागजातों के आधार पर ट्रैक्टर की डुप्लीकेट आर.सी. तैयार करवा दी। ट्रैक्टर की आर.सी. गांव बनवासी जिला सोनीपत निवासी राजबीर पुत्र चन्द्रभान के नाम से बनाई गई। जांच करने पर पाया गया कि गांव बनवासी में इस नाम को कोई व्यक्ति रहना नही पाया गया। आरोपियो ने धोखाधड़ी करके तथा मिलीभगत से ट्रैक्टर को अनिल को 5 लाख 90 हजार रुपये में बेच दिया। सेल-परचेज में गवाह के तौर पर खुशीराम निवासी फतेहाबाद शामिल रहा जिसे कमीशन के तौर पर 5,000/- रुपये मिले है। अनिल द्वारा आर.सी. की जांच करने पर आरोपियों के फर्जीवाडे के पता चला। अनिल ने आर.सी. ठीक कराने बारे कहा तो आरोपियो ने अनिल को धमकी दी। अनिल पर दबाव बनाने के लिए विकास निवासी खरकड़ा ने दिनांक 20.03.19 को ट्रैक्टर चोरी का झूठा मुकदमा अनिल के खिलाफ थाना महम में दर्ज करवाया।

स.उप.नि. सुशील कुमार के नेतृत्व में सीआईए-1 की टीम ने मामलें में शामिल रहे सैमाण निवासी नरेश व खरकड़ा निवासी विकास को दिनांक 12.04.19 तथा फतेहाबाद निवासी खुशीराम को दिनांक 14.04.19 को गिरफ्तार किया है। दिनांक 20.05.19 को छापेमारी करते हुए सीआईए-1 की टीम ने महम से आरोपी रामपाल, हरजीत व प्रहलाद को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को दिनांक 21.05.19 को पेश अदालत किया गया। आरोपी प्रहलाद को अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपी हरजीत व रामपाल को 24.05.19 तक पुलिस रिमांड पर हासिल किया है। आरोपियों से गहनता से पुछताछ जारी है।

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