बिहार/मझौलिया- प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न शिवमंदिरों में अहले सुबह से नदी तलाबों में स्नान कर शिवालय में शिवलिंग पर किया जलाभिषेक।
महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक बेहद ही शुभ और बड़ा त्योहार है। भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भक्त खूब धूमधाम से ये त्योहार मनाते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि हिंदी कैलेंडर के 11वे महीने में मनाई जाती है. इस दिन को ‘ शिव की महान रात्रि’ के रुप में भी जाना जाता है. ऐसा कहते है कि इस दिन भगवान शिव ने धरती को नष्ट होने से बचाया था. उन्होंने ये शर्त भी रखी थी, कि सभी भक्त उनकी सच्ची श्रद्धा से पूजा और उपासना करें. शिवरात्रि के दिन भोले बाबा का दूध से अभिषेक करना अत्यंत ही पु्ण्यकारी माना गया है. दूध अर्पित करने से व्यक्ति सदैव स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है. वहीं शिवरात्रि के शुभ अवसर पर मझौलिया के तमाम शिवालयों में भक्तों द्वारा धूमधाम से भगवान शिव को भांग धतूर व बेलपत्र चढ़ाकर पूजा अर्चना किया गया । वही मझौलिया के राजघाट मंदिर,मझौलिया बाजार के पातालेश्वर महादेव,55 आर डी पल स्थित दिनेश्वर महादेव,सरिसवा के शिव मंदिर ,कुड़िया शिव मंदिर,सहित मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के तमाम शिवालय में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही । श्रद्धालुओं का भारी भीड़ शिवरात्रि के दिन रहती है । जहां मां बहनों ने शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को भांग धतूर बेलपत्र दूध इत्यादि से पूजा कर अपना मनचाहा वर मांगती हैं। भक्तों द्वारा कहा जाता है ।
कि भगवान शिव से मांगा हुआ वर कभी खाली हाथ नहीं जाता भगवान शिव बड़े दयालु हैं।
– राजू शर्मा की रिपोर्ट