गाजीपुर- पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जनपद के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में ताला बंदी कर शिक्षक व शिक्षिका विकास भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन में शामिल हो गये। विकास भवन के सभी कार्यालयों का ताला बंद मिला। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर कर्मचारी शिक्षकों की छह दिवसीय महा हड़ताल के पहले दिन विकास भवन में काफी कर्मचारी व शिक्षक धरने में दिखाई दिये। धरने को संबोधित करते हुए अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने कहा कि हम सरकार की बंदर घुड़की से डकर पीछे नही हटेंगे। पुरानी पेंशन बहाल नही हुई तो प्रदेश के कर्मचारी व शिक्षक आगामी लोकसभा चुनाव का पूर्ण रुप से बहिष्कार करेंगे। संयोजक अंबिका दूबे ने कहा कि वर्तमान में मुख्यमंत्री, सांसद को पत्र लिखकर पुरानी पेंशन को बहाल करने को लेकर पत्र लिखा गया था। पूर्व में प्रस्तावित हड़ताल को मुख्यमंत्री जी ने समिति के गठन पर दो माह के लिए स्थगित कर दिया। सरकार वादा खिलाफी कर कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने पर विमर्श कर दिया है। उन्होने कहा कि हड़ताल के दौरान किसी भी कर्मचारी व शिक्षक का उत्पीड़न हुआ गंभीर परिणाम भुगतना होगा। हम जिला प्रशासन से अपील करते हैं कि इस धर्मयुद्ध में हमारे आंदोलन का नैतिक समर्थन करें। सरकार द्वारा एस्मा लगाने से कर्मचारी संगठन घोर आक्रोश में हैं। चेतावनी दिया गया कि यदि सरकार दमनकारी नीतियां अपनाती है तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। इस मौके पर मुक्तेश्वर श्रीवास्तव, सुरेंद्र प्रताप, ओमप्रकाश यादव, सूर्यभान राय, अनंत सिंह, जितेंद्र यादव, अमित श्रीवास्तव, सुबेदार यादव, विद्यासागर तिवारी, मंगला प्रसाद, उपेंद्र सिंह, डा. दुर्गेश सिंह, जयराम यादव, नीरज सिंह, भगवति तिवारी, मिथिलेश सिंह, बैजनाथ तिवारी, शम्भू गुप्ता, संतोष यादव, अभय तिवारी, राजेश राम, राकेश दूबे, परवेज जमाल, प्रमोद उपाध्याय आदि लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट-:प्रदीप दुबे गाजीपुर