प्रधानमंत्री मोदी आज 49 वीं बार किया ‘मन की बात’ : सरदार पटेल और बिरसा मुंडा को किया याद

कटिहार/बिहार- प्रधानमंत्री मोदी आज 49वीं बार किया ‘मन की बात’, उन्होंने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को उनकी जयंती है और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश की तरफ से उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी | पीएम ने कहा कि इस दिन पूरा देश एकता के लिए दौड़ेगा | रन फॉर यूनिटी के इस दौर में सभी की शामिल होने की अपील किये | 27 जनवरी, 1947 के अपने संस्करण में विश्व की प्रसिद्ध मैगजीन ‘टाइम ने कवर पेज पर सरदार पटेल की तस्वीर प्रकाशित की थी और अपनी लीड स्टोरी में जो भारत का नक्शा दिया था, वो कई भागों में बंटा हुआ था | उस समय 550 से ज्यादा देशी रियासते थीं और अंग्रेज देश को विभाजित करके छोड़ना चाहते थे| इनफैंट्री डे’ वही दिन है जब भारत के तत्कालीन गृह मंत्री सरदार पटेल के सुझाव पर भारतीय सेना के जवान कश्मीर की धरती पर उतरे थे और घुसपैठियों से घाटी की रक्षा की थी |
मैं नहीं हम की भावना होनी चाहिए | सेल्फ फॉर सोसाइटी , मैं नहीं हम, अहम् नहीं वयम्, स्व से समष्टि की यात्रा की इसमें महक है | कोई बच्चों और बुज़ुर्गों को पढ़ा रहा है, कोई स्वच्छता में लगा है, कोई किसानों की मदद कर रहा है, और ये सब करने के पीछे कोई लालसा नहीं है बल्कि इसमें समर्पण और संकल्प का निःस्वार्थ भाव है | प्रधानमंत्री ने सेल्फ फॉर सोसाइटी नाम के एक वेब पोर्टल के लांच के बारे में बताया |
राष्ट्रीय खेल हॉकी और देश के महान हीरो मेजर ध्यानचंद के योगदान को याद किया और उन सभी खिलाडियों को भी याद किया जो भुवनेश्वर में पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2018 में भाग ले रहे है और कहा की उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि सवा-सौ करोड़ भारतीय उनके साथ और उनके समर्थन में खड़े हैं व भारत आने वाली विश्व की सभी टीमों को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्तूबर को भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें आदरपूर्वक श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किये | आदिवासी समुदाय के बारे में बताते हुए बिरसा मुंडा को यद् किये और बताया की आदिवासी समुदाय पेड़ो की रक्षा के सम्बन्ध में उनकी योगदान को बताया, किस प्रकार वो प्राकृतिक संसाधनों से अपना घर तैयार करते है और अपने अधिकारों के लिए लड़ाई में वो कभी पीछे नहीं हटते है | बिरसा मुंडा के द्वारा अग्रेजो से लड़ाई में योगदान को याद किया |
प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्व भारत के बारे में कहा वहां की बात ही कुछ और है पूर्वोत्तर का प्राकृतिक सौन्दर्य अनुपम है और यहां के लोग अत्यंत प्रतिभाशाली है | हमारा उत्तर पूर्व भारत अब तमाम अच्छे कार्यो के लिए भी जाना जाता है। उत्तर पूर्व भारत एक ऐसा क्षेत्र है जिसने ओरगेनिक फार्मिंग में भी बहुत उन्नति की है | ‘सिक्किम ने सस्टेनेबल फ़ूड सिस्टम को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिष्ठित Future Policy Gold Award 2018 जीता है | यह पुरस्कार सयुंक्त राष्ट्र से जुड़े F.A.O यानी Food and Agriculture Organisation की तरफ से दिया जाता है।’
पंजाब के कल्लर माजरा के किसान भाई गुरबचन सिंह जी के कार्यो को याद किया और बताया की वो किस प्रकार प्रदुषण से बचाव के लिए धान की पराली जलाने की बजाय उसे जोतकर उसी मिट्टी में मिला | उन्होंने अपने बेटे की शादी में लड़की के परिवार से खेत में पराली न जलाने का वचन लेने की बात को अत्यंत सराहा और कहा श्रीमान गुरबचन सिंह जी के परिवार ने पर्यावरण को बचाने की एक मिसाल हमारे सामने दी है |
जब कभी भी विश्व शान्ति की बात होती है तो इसको लेकर भारत का नाम और योगदान स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। भारत के लिए इस वर्ष 11 नवम्बर का विशेष महत्व है क्योंकि 11 नवम्बर को आज से 100 वर्ष पूर्व प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुआ जिस में हमरे सौनिक का महत्वपूर्ण योगदान था |

रिपोर्ट्: अजय कुमार प्रसाद, कटिहार

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