सीतापुर- योगीराज के इस सख्त शासन में प्रशासन बड़े फैसले ले रहा है योजनाओं में किये गये घोटालो की लगातार जांच हो रही है सीतापुर जनपद की सभी ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण करवा कर के खुले में शौच जाने से रोका जा रहा है जबकि डीएम के निर्देशनुसार शौचालयों पर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए जबकि प्रधानो व ग्राम विकास अधिकारियों ने शौचालय निर्माण में अपनी आमदनी का जरिया खोज निकाला है लाभ पात्रों को मिल रहा है या नहीं प्रधानों व ग्राम विकास अधिकारियों से कोई वास्ता नहीं दोनों आपसी सांठगांठ से अपनी अपनी जेब भर रहे हैं। ऐसा ही मामला बलसिंहपुर ग्राम पंचायत का है जो शौचालय लाभार्थी को स्वमं बनवाना चाहिए प्रधान व सेक्रेट्री खुद पीली ईंटों से शौचालयों का निर्माण कराया जिसकी इजाजत कानून नहीं देता है जिसका निर्माण कार्य भी मानक से विपरीत कराया गया है रुपये- बचाने के चक्कर में प्रधान व सिक्रेटरी ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं शौचालय के अंदर टाइल लगवाये जाने का सरकारी आदेश है तथा पानी का टैंक भी मानक नुसार होना चाहिए जिससे पानी शौचालय के अंदर ही मिल जाये तथा दोनों टेको की लंबाई क्रमशः एक एक मीटर होनी चाहिए इस तरह के दो टैक अनिवार्य बनवाने का प्रावधान है लेकिन प्रधान केवल पीला ईंटों से शौचालयों का निर्माण करवा रहे हैं जिससे टाइल भी नहीं लगायी जा रही है ना ही पानी का टैंक लगाया गया है ना ही दो गडढे बनवाए गए हैं शौचालय भी अपने खास लोगों को दिया गया है जिनको पूर्व में प्राप्त आवास में शौचालय दिया जा चुका है पुनः शौचालय दिया गया है शौचालय निर्माण में मानक से हटकर कराया गया है निर्माण भला ऐसे में खुले में शौच से किस प्रकार से मुक्त हो पायेगे लोग माननीय प्रधानमंत्री जी के स्वचछ भारत अभियान को सफल नहीं होने देंगे ऐसे भश्रट अधिकारी इनकी जांच करवाकर सख्त कार्यवाही की जाये। 1धनीराम रामभजन। 2राजेन्द खगेश्वर। । 3श्रीपाल रामभजन। 4बृजलाल रामकिशून आदि। । संबंधित फोटो शौचालय
– रामकिशोर अवस्थी सीतापुर से