बिहार: समस्तीपुर जिले में भारत बंद का असर व्यापक रूप से देखा गया, कांग्रेस पार्टी के आव्हान पर किए गए बंद में एन डी ए को छोड़ लगभग विभिन्न पार्टियां अपना समर्थन दे रही है। शहर से लेकर गांव तक की सड़कों पर वाहनों का चलना बंद था। सरकारी विद्यालयों के अलावा निजी स्कूलों को भी बंद देखने को मिला। जिला समाहरणालय गेट के पास बने ओवर ब्रिज पर भी बंद समर्थकों ने सड़क को जाम कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक मुसरीघरारी चौक पर भी बंद समर्थकों ने एनएच 28 एवं एनएच 103 को बांस बल्ला लगाकर सड़क को बंद कर रखा था। बंद समर्थकों द्वारा केंद्र सरकार के विरोध में नारे भी लगाए जा रहा है। इसी तरह समस्तीपुर शहर से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक नदी पर बने मगर दही घाट पुल को भी बंद समर्थकों ने जाम कर रखा है जिससे समस्तीपुर से दरभंगा एवं मधुबनी जाने वाली वाहनों का आवागमन पूरी तरह ठप पड़ गया है। हालांकि बंद के मद्देनजर प्रशासन की ओर से शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। लेकिन बंद समर्थकों के तेवर को देखते हुए यह सभी मूकदर्शक बने हुए हैं।
इधर समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर भी बंद समर्थको ने रेलवे लाइन पर धरना देकर कई गाड़ियों का आवागमन बाधित किया। वहीं अर पी एफ और जी अर पी के अधिकारी एवं जवनो द्वारा बन्द समर्थको को समझ बुझा कर ट्रेनों के परिचालन को शरू किया गया। वैसे मिलाजुला कर देखा जाए तो इसका इस बंद का असर पूरे जिले में व्यापक रूप से पड़ा है। इधर राष्ट्रीय जनता दल के स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बंद को पूरी तरह सफल बताते हुए कहां की केंद्र सरकार द्वारा जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किए जाने से लोग काफी आक्रोशित है। उन्होंने कहा कि खासकर महंगाई अपने चरम सीमा पर पहुंच गई है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी से लोगों के बीच काफी गुस्सा है।इसी गुस्से का इजहार आज लोग भारत बंद कर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
– नसीम रब्बानी पटना बिहार
समस्ततिपुर जिले भर में भारत बंद का देखने को मिला व्यापक असर
