हरिद्वार/रुड़की- रुड़की कोई कुछ कहे मातृशक्ति के बिना जीवन अधूरा ही है,यह तमाम बातों और अन्य माध्यमों से सदैव ज्ञात होता रहा है लेकिन इस बार सन 2018 के बारे में यह बहुत महत्वपूर्ण है की तीन से चार करोड़ की संख्या वाले कावड़ियों के कावड़ मेले को रुड़की में एक महिला कोतवाल ने रहते निभाया है जी हां यहां बात हो रही है रुड़की कोतवाल श्रीमती साधना त्यागी की। कावड़ को लेकर तमाम अधिकारी और पुलिसकर्मी ने कांवड़ियों के मेले में बहुत अच्छा काम किया।लेकिन यह एक ऐसा सच है जो कावड़ ही नहीं रुड़की के इतिहास में पहली बार हुआ है कि इंस्पेक्टर का दायित्व एक महिला अधिकारी श्रीमती साधना त्यागी ने निभाते हुए इस कावड़ यात्रा में अपना सहयोग प्रदान किया है। श्रीमती साधना त्यागी से इस विषयक बात करने की कोशिश की गई तब भी वह व्यस्त ही पाई गई, लेकिन एक बात तो है कि अपने देश धर्म और समाज की यह महिला कितना बड़ा धर्म निभा गई है,इसका शायद इन्हें खुद अंदाजा नहीं है जैसा कि बताया गया है तीन से चार करोड़ कांवड़ियां इस शहर रुड़की से गुजरे हैं, ऐसे में यह भी सच है कि इन्हें अपने अधीनस्थ कर्मियों और आज्ञा देने वाले अधिकारियों का आशीर्वाद भी रहा होगा लेकिन एक महिला के रूप में यह महत्वपूर्ण है कि उन्होंने कोतवाल रहते पूरी कावड़ चलवाने में अपने अफसरों का सहयोग किया और जरूरी समर्थन भी लिया।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट