राजस्थान/जयपुर/सीकर – पुलिस मुख्यालय अपराधों पर अंकुश के दावे कर रहा है, लेकिन राज्य में गत वर्ष जून की तुलना में इस वर्ष जून तक अपराध बढ़े हैं। जबकि विशेष एक्ट में पुलिस की कार्रवाई घटी है। हत्या जैसे गंभीर अपराध के आंकड़ों पर गौर करें तो गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष जून तक 63 हत्याएं अधिक हुई हैं। बेखौफ अपराधी हत्या जैसी वारदात को सरेआम अंजाम दे रहे हैं। जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में हाल ही झोटवाड़ा थाने से मात्र 200 मीटर दूरी पर 2 शूटरों ने सीए छात्र अमरचंद शर्मा की गोली मार हत्या कर दी। घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों से शूटरों के फुटेज मिलने के बावजूद हत्यारे पकड़ से दूर हैं।
दोगुने हुए मामले:-
राज्य में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष डकैती के मामले दोगुने से अधिक हुए हैं। गत वर्ष डकैती की वारदात 21 हुईं जबकि इस वर्ष 47 वारदात सामने आईं। चोरी, बलात्कार के मामले भी बढ़े हैं। जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में गत वर्ष जून तक 47, इस वर्ष जून तक 53 लोगों की हत्या हुई।
कार्रवाई घटी:-
अवैध शराब के मामलों में गत वर्ष जून तक 10212 कार्रवाई हुई। इस वर्ष यह 9430 तक रह गई। एनडीपीएस (मादक पदार्थ) की कार्रवाई 918 के मुकाबले 844, ईसी एक्ट में 145 के मुकाबले 88 कार्रवाई ही हुई।
आंकड़ों पर एक नजर:-
आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो परिणाम बेहद चिंताजनक हैं। पिछले वर्ष जून तक की रिपोर्ट के आधार पर जहां हत्या के 691, डकैती के 21, लूट के 515, अपहरण के 2754, बलात्कार के 1530, नकबजनी 2591 और चोरी के 13703 मामले हुए थे, वहीं इस वर्ष इन आंकड़ों में बढ़ोतरी हो गई है। इस साल जून तक की रिपोर्ट के आधार पर हत्या के 754, लूट के 497, अपहरण के 3114, बलात्कार के 2171, नकबजनी के 2635 और चोरी 14985 के मामले हुए हैं। पिछले साल जून तक आईपीसी के कुल मामले 86939 आए थे, वहीं इस साल जून तक 87024 मामले सामने आए हैं। राज्य में इस बार डकैती और हत्या की घटनाएं ज्यादा हुई हैं।