पत्रकारों पर हमले होते रहना लोकतंत्र के खतरे में पड़ने का संकेत:विकास श्रीवास्तव

वाराणसी -पत्रकारों पर आये दिन हो रहे हमले इस देश को शायद गर्त की तरफ धकेलने का काम कर रहे हैं।इस बात को हम झुठला नहीं सकते कि अगर ऐसे ही पत्रकारों पर हमले होते रहे तो एक दिन लोकतंत्र खतरे में होगा. साथ ही अत्याचार और भ्रष्टाचार बहुत आसानी से फल फूल रहा होगा और ये देश उस वक्त मूक दर्शक बन के सब कुछ चुप चाप देख रहा होगा।आखिर ये लोग कौन हैं इनके हौसले इतने बुलंद कैसे हैं कि ये लोग हर आवाज उठाने वाले लोगों को मार देते हैं,सवाल यह भी उठता है कि बिना किसी सह के ये लोग ऐसा अंजाम कभी नही दे सकते. दरअसल पत्रकारों पर हमले वही लोग करते या करवाते हैं जो इन बुराइयों में डूबे हुये हैं.ऐसे लोग दोहरा चरित्र जीते है वजह साफ होती है कि ऐसे लोग मीडिया पर हमला क्यों करते हैं,वजह है अपना फायदा या अपनी भड़ास निकालने के लिए..हाल ही में पत्रकार राजू दुआ के ऊपर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा हमला किया गया था जिसमे सभी संगठनो ने एक जुटता दिखाते हुए कार्यवाही करने को प्रशासन को मजबूर कर दी।और आरोपी को जेल भेज दिया गया इसी को देखते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के युवा पत्रकार ने एक मीडिया हेल्पलाइन समूह बनाया और ऐसे लोगो को सबक सिखाने की बात ठानी जिसमे सैकड़ो पत्रकार जुड़ गए है मीडिया हेल्पलाइन को आगे उचाईयो तक ले जाने के लिए।इसी क्रम में आज मीडिया हेल्पलाइन की एक आपात बैठक विकास श्रीवास्तव के नेतृत्व में रंजीत गुप्ता के आवास कमच्छा पर आयोजित की गयी जिसमे लोगो ने अपनी अपनी बाते रखी और आगामी बैठक रविवार को मधुवन वाटिका मोढेला रोहनिया में करने की घोषणा की।इस अवसर पर रंजीत गुप्ता,नीरज सिंह,इमरान,पंकज,प्रेम,जितेन्द्र,अरविन्द चौबे,अजय सिंह सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।
– जंसा से एस के श्रीवास्तव विकास की रिपोर्ट

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