सम्भल- संभल में हिंसा और फिर बिजली चोरी में घिरे समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क द्वारा किए गए अतिक्रमण पर भी एक्शन शुरू हो गया है. प्रशासन और नगर पालिका की टीम ने घर के बाहर बनी नालियों के ऊपर की सीढ़ियों को बुलडोजर के जरिए ध्वस्त कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, प्रशासन और नगर पालिका की संयुक्त टीम सांसद बर्क के घर पहुंची थी. वहां बुलडोजर के द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करते हुए सांसद के बर्क के बाहर नाली के ऊपर बनी सीढ़ियों को तुड़वा दिया गया है. बता दें कि संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर बिजली चोरी का भी आरोप है. बिजली विभाग ने बिजली चोरी को लेकर उन पर एक करोड़ 91 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा बिजली विभाग ने उनके खिलाफ FIR भी दर्ज करवाई है. इतना ही नहीं, सपा सांसद बर्क के घर की बिजली भी काट दी गई है.बिजली विभाग के एसडीओ संतोष त्रिपाठी ने बताया था कि जब बिजली विभाग की टीम ने सांसद बर्क के घर में लगे मीटर की रीडिंग ली तो वो जीरो निकली थी. जिसके बाद विभाग की ओर से उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. नोटिस पर 15 दिन में रकम जमा नहीं करने पर विभाग की तरफ से आरसी जारी की जाएगी. जब बिजली विभाग की टीम सांसद बर्क के घर छापेमारी करने पहुंची थी तो सांसद के पिता ममलूक उर्रहमान बर्क की ओर से बिजली कर्मचारियों को धमकी भी दी गई थी. उन्होंने बिजली विभाग के कर्मचारियों से कहा था कि जब हमारी सरकार आएगी तो हम कबाड़ा कर देंगे. उनके इस बयान को लेकर नखासा पुलिस थाने में बिजली कर्मचारियों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है.इससे पहले जो 24 नवंबर को संभल में शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी, उसमें भी पुलिस ने एफआईआर में सपा सांसद बर्क का नाम शामिल किया है. पुलिस का आरोप है कि सांसद बर्क ने भड़काऊ भाषण दिए थे, जिसकी वजह से हिंसा हुई. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे. घायलों में पुलिसवाले भी शामिल थे. पुलिस ने हिंसा मामले में ढाई हजार से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश अज्ञात हैं.