बरेली। रुखसार ने मुस्लिम धर्म त्यागकर हिंदू धर्म अपना लिया। थाना इज्जतनगर के भीटानाथ मंदिर मे बहेड़ी निवासी कुमेंद्र के साथ सात फेरे लिए और अपना नाम राधा रख लिया। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने विवाह की रस्म पूरी कराई। जनपद के थाना क्योलड़िया के मेथी गांव निवासी रुखसार करीब तीन साल से देहरादून की एक सिलाई फैक्ट्री में काम कर रही है। वही पर उनकी मुलाकात बहेड़ी के शकरस गांव निवासी कुमेंद्र के साथ हुई। दोनों में बातचीत शुरू हुई। धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे को दिल दे बैठे। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खा ली। रुखसार के पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। परिवार मे सिर्फ मां और तीन भाई है। जब रुखसार ने कुमेंद्र से शादी की बात परिवार वालों से की तो उन्होंने इसका विरोध कर दिया। पांच दिन पहले दोनों देहरादून से अपने-अपने घर आ गए। परिवार को मनाने का प्रयास किया लेकिन नही माने। इसके बाद तीन दिन पहले रुखसार ने अपना घर छोड़ दिया और कुमेंद्र के पास आ गई। बात जब हिंदू संगठनों तक पहुंची तो उन्होंने दोनों का विवाह इज्जतनगर के भीटा नाथ मंदिर मे करा दिया। धर्म परिवर्तन के बाद रुखसार ने अपना नाम बदलकर राधा रख लिया है। हिंदू संगठनों के अनुसार रुखसार को भगवान श्री राम मे ही शुरू से आस्था है। देहरादून मे रहने के दौरान भी वह कुमेंद्र के साथ हिंदू रीति रिवाज से पूजा पाठ करती थी। तभी से मुस्लिम धर्म त्यागकर सनातन हिंदू धर्म स्वीकार करने की ठान ली थी।।
बरेली से कपिल यादव