*बाबा के राज में बाबा ही परेशान।
*बरेली का जिला अस्पताल बना विकलांग। विकलांग को ही टहलाता रहा 9 माह
बरेली। बरेली में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है 9 महीने से एक विकलांग शख्स अपने पैर के ऑपरेशन के लिए सरकारी अस्पताल में दर-दर की ठोकरें खाते हुए दिखा। कभी इस रैन बसेरे में तो कभी उस रैन बसेरे में रहकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा है लेकिन भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर के कानों में जू तक नहीं रेंग रहीं, अगर इस तरह से सब निर्मोही बन जाएं तो क्या होगा इस गरीब जनता का।
जिला अस्पताल बरेली के डॉक्टर बेलगाम हो चुके हैं जिन्हें ना ही उच्चाधिकारियों का डर है और ना ही सरकार का। 9 महीने से भटक रहे बाबा नरेश दास ग्राम कुंवरपुर करीमजान थाना क्यूलड़िया जिला बरेली के रहने वाले है।
बाबा कई बार सीएमएस के पास भी गया उनको फोन भी किया लेकिन हठी डॉक्टर ने उसकी हर पुकार अनसुनी कर दी। बाबा नरेश दास भटकते भटकते ज़िलाधिकारी बरेली के पास भी गया जिलाधिकारी ने मदद भी की और एक लेटर दिनांक 12 दिसंबर को सीएमओ को सूचित करते हुए दिया लेकिन फिर भी उस कागज को कचरे में डाल दिया गया और बाबा का ऑपरेशन नहीं हुआ।
उधर बाबा नरेश दास का आरोप है कि हड्डी के डॉक्टर संजय शर्मा के पास जब नरेश दास गया तो डॉ संजय शर्मा ने उससे 30 हज़ार रुपये की डिमांड करते हुए उसको भगा दिया। जबकि इन डॉक्टरों को पगार तो गरीब और मजलूम लोगों के ईलाज कर लिए ही मिलती है। वही जब पत्रकारों ने इस मामले की सच्चाई जानने की कोशिश की तो डॉक्टर संजय शर्मा ने कहा कि इनका ऑपरेशन यहां पर संभव नहीं है इन्हें कई बार हम लखनऊ के लिए रेफर कर चुके हैं लेकिन यह वहां नहीं जाते और मेरे द्वारा इनसे कोई पैसा नहीं मांगा गया है।
आज जब करणी सेना के जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह इन बाबा नरेश दास से मिलने गए तो उन्होंने सब वाक्या बताया इस पर करणी सेना जिलाध्यक्ष सी एम एस से मिले तो उन्होंने ईलाज करवाने का आश्वासन दिया। ठाकुर राहुल सिंह का कहना है कि हमनें जिला अस्पताल प्रशासन को एक हफ्ते की मोहलत दी है नहीं तो करणी सेना कड़े कदम उठाएगी। जिलाध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह के साथ अनिल गुरुजी, डॉ प्रदीप गंगवार, मातृ शक्ति जिलाध्यक्ष सुधा शर्मा, उपाध्यक्ष बीना मिश्रा, महानगर अध्यक्ष शिवाली श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
– बरेली से सचिन श्याम भारतीय