ग़रीब बेटियों के अरमानों पर पंचायत चुनाव ने फेरा पानी

मध्यप्रदेश/खरगोन- पंचायत चुनाव की घोषणा बाद प्रभावी आचार संहिता ने सैकड़ों ग़रीब बेटियों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। चुनाव के मद्देनज़र चुनाव आयोग के निर्देश बाद सरकारी आयोजनों पर पाबंदी लगाई गई है। इस पाबंदी के चलते मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाला सामूहिक विवाह आयोजन भी खटाई में पड़ गया है। बताया जा रहा है कि खरगोन जिला मुख्यालय पर कपास मंडी परिसर में 1 जून 2022 यानी आज रजिस्टर्ड 600 जोड़ो का सामूहिक विवाह मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में होना था। पंचायत चुनाव को लेकर लगी आचार संहिता के बाद कई गरीब परिवारों पर मुसीबत आ पड़ी है। बताया जा रहा है कि ऐसे कई गरीब परिवार है जहां गणेश पूजन और बेटी की हल्दी रस्म हो चुकी थी। हिन्दू धर्म के मुताबिक़ बेटी को हल्दी लगने के बाद शादी समारोह को रोकना अशुभ माना जाता है। ऐसे सैकड़ों परिवार है जहां प्रारंभिक रस्म पूरी हो चुकी थी। अब आचार संहिता के चलते मुख्यमंत्री कन्यादान योजना विवाह आयोजन पर रोक से गरीब परिवारों पर आफ़त टूट पड़ी है। बेटी के हाथ पीले करने के लिये किसी गरीब पिता ने अपना घर गिरवी रखा है तो किसी ने कर्ज लेकर बेटी को घर से विदा करने के लिये अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया है।
जानकारी के मुताबिक वर्तमान में पंचायत चुनावों को लेकर निकाय क्षेत्र को छोड़कर जनपद क्षेत्रों में ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। लेकिन सामूहिक विवाह के इस सरकारी आयोजन में सम्मिलित अन्य जिलों के साथ ही खरगोन जिले के जनपद क्षेत्रों के जोड़ों का पेंच फंस गया है। जिले के निकाय क्षेत्रों के जोड़ों की बात करें तो उनकी संख्या सिर्फ 11 बताई जा रही है।

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