वाराणसी/बाबतपुर- बुधवार को सुबह इंडिगो के विमान से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे राज्य सभा सांसद तथा कभी मुलायम सिंह के करीबी रहे अमर सिंह ने मौजूदा राजनितिक हालात पर बेबाक टिप्पणी की। उन्होंने जहां इशारों इशारों में पूर्व प्रधानमंत्री को मौन रहने की नसीहत दे डाली तो वहीँ उन्होंने राम मंदिर पर कहा कि राम मंदिर तो वहां है बस भव्यता की बात है।इसके अलावा उन्होंने आज़म खान को भी आड़े हाथ लिया और कहा कि जो भारत मां को डायन कहता आया हो उसका तो पहले ही पलायन हो चुका है। मौजूदा राजनितिक हालात में एक दुसरे पर अभद्र टिप्पणी और परिवार पर टिप्पणी पर बोलते हुए हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौन रहते थे।अपने खिलाफ को गतिविधियों का उन्होंने कभी विरोध नहीं किया। वो धरती की तरह हैं वो सहते रहे लोग उन्हें रौंदते कुचलते रहे। वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में इशारे ही इशारे में कहा कि कुछ लोगों का चरित्र होता है कि वो छेड़ते नहीं लेकिन उनको जब कोई छेड़ता है तो वो उसे छोड़ते नहीं उसका छोटा रूप मै हूँ और बड़ा रूप प्रधानमंत्री मोदी हैं। जो अभिमानी व्यक्ति होगा वो अपनी मां के बारे में क्यों सुनेगा। मै कहता हूं की चाहे वो सोनिया गांधी हों चाहे वो राहुल गांधी हों, देश का कोई भी व्यक्ति राजनीति करता है वो नहीं सुनेगा।आज़म खान का पलायन पहले ही हो चुका है अमर सिंह ने कहा की आजम खां भारतवर्ष में रहकर भारत माता को डायन कहते थे। उनका पलायन तो बहुत पहले हो चुका है। भारत के संविधान की शपथ लेकर वो मंत्री तो बन गए पर उसी भारत मां को उन्होंने डायन कहा, बबुआ अंगूठा चूसेंगे अमर सिंह ने कहा कि कागज़ की किश्ती जिसका कागज़ गल गया हो जिसका खाली कंकाल रह गया हो उस समाजवादी पार्टी से कांग्रेस क्यों समझौता करेगी।
*महागठबंधन नहीं हठबंधन है ये*
महागठबंधन बनने के सवाल पर उन्होंने कहाकि महागठबंध्न नही बल्कि हठबन्धन है मोदी इतने बड़े हैं कि मोदी नाम के पहाड़ को हिलाने के लिए सब को एक होना पड़ रहा है चाहे कितने भी लोग मिल जाए वो मोदी जी को टस से मस नहीं कर पाएंगे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को जमीन देने के सवाल पर उन्होंने कहाकि हमने अपनी जमीन दान नहीं समर्पित की है,आरोप लगाने वाले ऐसे लोगों की बात का मैं जवाब देना उचित नहीं समझता। राममंदिर मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष की गूढ़ता की बात है राममंदिर तो वहां है। रामललाल की मूर्ती भी और पूजा भी हो रही है विपक्ष को नहीं दिखता है क्या वहां सिर्फ भव्यता की बात हो रही है।
*रिपोर्टर-: महेश पाण्डेय के साथ(नौसाद खाँ)बाबतपुर एयरपोर्ट वाराणसी*