राजस्थान/जयपुर- राजस्थान में आगामी सात दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गुरुवार देर रात 152 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के मौजूदा बाईस विधायकों तथा छियालीस नए चेहरों के साथ बीस महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा हैं। इसमें नौ मुस्लिम, तेईस जाट, तेरह राजपूत, इतने ही ब्राह्मण, नौ वैश्य तथा नौ गुर्जरों को टिकट दिया गया हैं।
इसके अलावा 29 अनुसूचित जाति एवं 24 अनुसूचित जनजाति के प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस नेताओं के परिवार के सदस्यों को भी टिकट दिया गया जिसमें विधायक नारायण सिंह के बेटे वीरेन्द्र, पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा की बेटी दिव्या मदेरणा, पूर्व मंत्री रामसिंह के पौते महेन्द्र पूर्व विधायक मकबूल के बेटे रफीक सहित दो दर्जन से अधिक लोग शामिल हैं।
कांग्रेस की पहली सूची में गहलोत को जोधपुर के सरदारपुरा के अलावा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को टोंक, विधानसभा में विपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी को बीकानेर के नोखा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीपी जोशी को नाथद्वारा, गिरिजा व्यास को उदयपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा हैं।
पूर्व गहलोत सरकार के समय रहे 22 मंत्रियों तथा छह संसदीय सचिवों को फिर मौका दिया गया हैं। इनमें शांति धारिवाल, भरत सिंह, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, हेमाराम चौधरी, वीरेन्द्र बेनीवाल, राजेन्द्र पारीक तथा अन्य शामिल हैं। इनमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र शेखावत को भी इस बार फिर मौका दिया गया हैं। कांग्रेस ने निर्दलीय विधायक राजकुमार शर्मा को नवलगढ़ से पार्टी प्रत्याशी बनाया गया हैं।
इसके अलावा भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए विधायक हुबीबुर्रहमान को नागौर, सांसद हरीश मीणा को देवली-उनियारा, कन्हैया लाल झंवर को बीकानेर पूर्व से मैदान में उतारा है। इसी तरह जमींदारा पार्टी से कांग्रेस में आई सोनादेवी बावरी को रायसिंह नगर, निर्दलीय राजकुमार को नवलगढ़ एवं पूर्व आईपीएस सवाई सिंह गोदारा को खींवसर से चुनाव मैदान में उतारा हैं।
तीन विधायकों तथा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान एवं बीडी कल्ला को टिकट नहीं दिया गया हैं। कल्ला के समर्थक नाराज हाे गये और बीकानेर में उनके समर्थन में प्रदर्शन भी किया। इसी तरह कोटा में भी राखी गौतम को टिकट देने के बाद शिवपाल नंदवाना के समर्थकों ने विरोध शुरु कर दिया हैं। इसी तरह जयपुर में पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल को टिकट नहीं मिलने पर उसके सर्मथक नाराजगी जता रहे हैं।
उधर, भाजपा अब तक 162 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है जिसमें एक भी मुस्लिम शामिल नहीं हैं। भाजपा ने उन्नीस महिलाओं को चुनाव में मौका दिया हैं।
पत्रकार दिनेश लूणिया सादड़ी