लखनऊ- योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने 7 वें चरण में बीजेपी के लिए मुश्किलें और बढ़ा दी है। ओम प्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पूर्वांचल की तीन सीटों पर विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को समर्थन देने का ऐलान किया है। वैसे ही उत्तर प्रदेश में गठबंधन और कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर पिछले छह चरण के चुनाव में भारी रही है। वहीं सातवें चरण में रही सही कसर ओम प्रकाश राजभर के इस ऐलान के बाद पूरा हो गया है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट को लेकर नाराज चल रहे राजभर ने मिजार्पुर में कांग्रेस और महाराजगंज तथा बांसगांव में गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने बताया कि मिजार्पुर, महाराजगंज और बांसगांव में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का पर्चा खारिज होने की वजह से यह फैसला लिया गया है। अरुण राजभर ने कहा कि पर्चा खारिज होने के बाद कार्यकर्ताओं के सुझाव पर पार्टी ने कांग्रेस और गठबंधन प्रत्याशियों को समर्थन देने का फैसला लिया है। इन तीनों सीटों पर पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी प्रत्याशी को हराने का काम करेंगे। बता दें कि राजभर ने पूर्वांचल के 39 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं, इनमें प्रधानमंत्री मोदी की संसदीय वाराणसी सीट भी शामिल है।
19 मई को सातवें चरण में मिर्जापुर,रॉबर्ट्सगंज,वाराणसी,गाजीपुर, गोरखपुर,कुशीनगर ,देवरिया और महराजगंज में चुनाव है। इन एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर राजभर समाज का जबरदस्त प्रभाव है। यहां राजभर समाज का वोट उम्मीदवारों के जीत हार में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में बीजेपी के लिए इन तीनों ही सीटों पर जीत पाना लगभग असंभव सा हो गया है।