हरदोई – श्रवण देवी मन्दिर परिसर में पिछले दिनों सदर विधायक नितिन अग्रवाल ने पासी समाज का सम्मेलन आयोजित किया था। मुख्य अतिथि भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य/पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल व विशिष्ट अतिथि भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश महामन्त्री/जिला प्रभारी सुधीर सिंह ‘सिद्धू’ थे। सम्मेलन के बाद लोगों को बांटे गए लंच पैकेट में देसी शराब के पौव्वे निकले थे। मामला मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद सदर से भाजपा सांसद अंशुल वर्मा ने भी अग्रवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख प्रकरण को पासी समाज का अपमान बताते हुए कार्यवाही की मांग की थी। कार्यवाही ना होने पर सड़क पर उतरने की बात कही थी। हालांकि, बाद में मामले पर मिट्टी पड़ गई थी।
वही आज पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सदर सांसद को जली-कटी सुनाई। कहा, दलितों का अपमान उन्होंने नहीं किया। बल्कि उन लोगों ने किया, जिन्हें दलित सम्मेलन मन्दिर परिसर में कराया जाना रास नहीं आया। कहा, सांसद के बारे में तो आम-फहम है कि सूर्य अस्त-सांसद मस्त। जिस की ऐसी छवि हो वह दूसरों को नसीहत कैसे दे सकता है। अग्रवाल ने परोक्ष रूप से सांसद अंशुल वर्मा को कठोर लहजे में चेताया भी। कहा, उनका निजी विरोध करने वाले जान लें कि उनका कितना नुकसान होने वाला है। जोड़ा, जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों की रिहाइशों पर पत्थर नहीं फेंका करते। पासी सम्मेलन में लंच पैकेटों में शराब के पौव्वे निकलने की घटना को राजनीतिक विरोधियों की रची साजिश ठहराया।
श्रवण देवी मन्दिर परिसर में पासी समाज सम्मेलन में लंच पैकटों में शराब के पौव्वे निकलने के बाद आप और हम चेतना मंच के संयोजक कमलेश पाठक व कार्यवाहक जिलाध्यक्ष अनिल सिंह झरोइया की अगुवाई में मन्दिर परिसर का शुद्धिकरण किया गया था। इस पर भी पूर्व सांसद ने प्रतिक्रिया दी। बोले, दरअसल मन्दिर परिसर का शुद्धिकरण इसलिए किया गया, क्योंकि वहां दलित सम्मेलन आयोजित किया गया था। शुद्धिकरण करने वाले दलित विरोधी मानसिकता के हैं। कहा, भविष्य में फिर मन्दिर परिसर में दलित सम्मेलन करेंगे।
लेकिन मंदिर परिसर में लंच पैकेट में देसी शराब के पव्वे बांटे गए थे जिस पर बीजेपी के सदर सांसद अंशुल वर्मा ने मुख्यमंत्री को कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा था बरहाल कार्रवाई तो कुछ नहीं हुई लेकिन पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने भाजपा सांसद अंशुल वर्मा को ही कटघरे में खड़ा कर दिया कि वह दलित विरोधी है वही भाजपा सरकार में देश की सबसे बड़ी पंचायत में हिंदू देवी देवताओं का मजाक उड़ाया था वहीं एक बार फिर पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने मंदिर प्रांगण में लंच पैकटो मैं शराब बटवा दी लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं-वहीं अपना किया धरा साजिश करार दे दिया अब देखने वाली बात यह होगी की बीजेपी के सदर सांसद अंशुल वर्मा का अगला कदम क्या होगा।
– आशीष सिंह,हरदोई उत्तर प्रदेश