लखनऊ- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश की जनता बदलाव चाहती है। उत्तर प्रदेश पर सबकी निगाहें हैं क्योंकि इसका फैसला ही देश का फैसला होगा। भाजपा घबराई हुई है। उसने देश को आर्थिक रूप से धोखा दिया है। सामाजिक तानाबाना तोड़ा है। गरीबों को कुछ नहीं मिला। मंहगाई बढ़ी है। नोटबंदी-जीएसटी ने लोगों को तबाह किया है। उन्हें देश से बाहर का रास्ता दिखाना है। उन्होंने कहा कि भाजपा को हटाने के लिए गठबंधन करेंगे।
श्री यादव आज पार्टी मुख्यालय में अ.भा. विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा द्वारा आयोजित भगवान विश्वकर्मा की पूजा के पश्चात हजारों की संख्या में उपस्थित विश्वकर्मा समाज के लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने शिल्प क्रांति पत्रिका तथा एक सीड़ी का भी विमोचन किया। समाज के अखिल भारतीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने अखिलेश यादव का पुष्पगुच्छ, शाल तथा स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भगवान विश्वकर्मा जी ब्रह्मा के दूसरे रूप है। उन्होंने वास्तु के क्षेत्र में अनेक निर्माण किए। विश्व के कई आविष्कार और कई बड़े नेता विश्वकर्मा समाज से ही है।
रामगोविन्द चौधरी, नरेश उत्तम पटेल, बलराम यादव, राजेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश सिंह, शैलेन्द्र यादव ललई, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह सहित दूसरे राज्यों में विश्वकर्मा समाज के प्रांतीय अध्यक्ष नेमी चंद जागीड (गुजरात) माताराम धीवान (चंडीगढ़) मोहन आचार्य (केरल), सुरेश जागेंद्र (राजस्थान), कालूराम (आसाम), वेद प्रकाश (जयपुर), राम बाबू (लुधियाना) तथा सरदार बलवीर सिंह (चंडीगढ़) की इस अवसर पर उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति जनगणना के आधार पर हक और सम्मान मिलना चाहिए। इस व्यवस्था के बिना विषमता दूर नहीं हो सकती है। भारत दुनिया के स्तर पर बहुत पीछे चला गया है। बदलाव के साथ दुनिया का मुकाबला करने के लिए समाज को भी नई तकनीक से वास्ता रखना होगा। विश्वकर्मा समाज को राजनैतिक फैसलों के साथ रहना होगा। बदलाव के साथ तरक्की के लिए समाजवादी रास्ता अपनाना होगा।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा प्रयोग करती है कि लोगों को कैसे परेशान किया जाए। नोटबंदी से न कालाधन कम हुआ न भ्रष्टाचार मिटा, जीएसटी से व्यापारी परेशान है। डीजल-पेट्रोल मंहगा है। बैंक घाटे में जा रहे है। बेकारी बढ़ी है। गंगा की सफाई नहीं हुई। किसान की कर्जमाफी नहीं हुई। सिर्फ बड़े पूंजीपतियों के कर्ज माफ हुए। जनधन खाते बंद हो गए है। उन्होंने कहा कि फिर समाजवादी सरकार बनने पर लाभकारी योजनाओं में आबादी के हिसाब से भागीदारी होगी। समाजवादी पेंशन की राशि बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि देश की जनता इंतजार कर रही है कि लोकसभा चुनाव 2019 में आए और वह बैलट पर अपना गुस्सा निकाले। अखिलेश यादव ने विश्वकर्मा समाज को बधाई देते हुए कहा कि भगवान विश्वकर्मा निर्माण और सृजन के प्रतीक है। उत्तर प्रदेश से ज्यादा दक्षिण में समारोह पूर्वक भगवान विश्वकर्मा की पूजा होती है। भगवान विश्वकर्मा जी ने ही द्वारिका का निर्माण किया था। इस समाज से हमारे रिश्ते नज़दीकी हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार में विश्वकर्मा जयंती पर अवकाश घोषित किया गया था। समाजवादी सरकार फिर बनने पर न केवल अवकाश घोषित होगा अपितु विश्वकर्मा जी के नाम पर गोमती रिवरफ्रंट पर एक सुन्दर स्थल तथा मंदिर भी बनाया जाएगा। उन्होंने विश्वकर्मा समाज से कहा कि वह शिक्षा-रोजगार पर ध्यान दे। बिना राजनीतिक हैसियत बढ़ाए सम्मान नहीं मिलता है। खोया गौरव तभी वापस मिलेगा जब राजनीतिक हैसियत बढ़ेगी।
श्री यादव ने कहा कि समाज के बीच की दूरी मिटनी चाहिए। सामाजिक समानता ही समाजवादी पार्टी का आंदोलन है। जो पिछड़ गए हैं उन्हें राजनीतिक ताकत मिलनी चाहिए। यही सामाजिक न्याय की विचारधारा हैं। तरक्की के रास्ते पर बढ़ने के लिए सभी को अवसर मिलने चाहिए।
विश्वकर्मा समाज के प्रतिनिधि वक्ताओं ने अखिलेश यादव को भरोसा दिलाया कि उनका समाज भाजपा की साजिशों से सतर्क रहेगा। विश्वकर्मा समाज का संकल्प है कि वह सन् 2019 और सन् 2022 में समाजवादी पार्टी के साथ रहेगा। भाजपा सरकार द्वारा विश्वकर्मा जयंती पर अवकाश रद्द किए जाने को विश्वकर्मा समाज का अपमान बताते हुए कहा गया कि समाजवादी पार्टी से ही उनके समाज को पहचान मिली है। विश्वकर्मा समाज के युवकों को आईटीआई प्रमाण पत्र जारी करने के अखिलेश जी की सरकार के शासनादेश को भी रद्द कर दिया गया है। इसके लिए भी भाजपा सरकार की भर्त्सना की गई।