पटना/बिहार-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख कर कहा है कि गुरुद्वारों में लंगर के इस्तेमाल में आने वाली खाद्य सामग्रियों को कर के बोझ से मुक्त रखा जाए। पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में वह जीएसटी कांउसिल से अनुरोध करते हैैं कि गुरुद्वारा को उन सभी सामग्रियों पर कर के बोझ से मुक्त रखे जिनसे लंगर तैयार होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे लंगर के तहत परोसे जाने वाले भोजन को जीएसटी की परिधि से बाहर रखा गया है पर लंगर तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले चीनी, घी, खाद्य तेल व मसाले आदि पर जीएसटी लगता है। इन सामग्रियों पर जीएसटी लगने से गुरुद्वारों को अतिरिक्त लागत लग रही है। लंगर की पवित्र परंपरा को ध्यान में रखते हुए यह जरूरी है कि यहां खाद्य सामग्रियों पर लगने वाले टैक्स को हतोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जेटली से कहा कि वह इस बात से सहमत होंगे कि गुरुद्वारा धर्मार्थ गतिविधियों में लगा हुआ है और यह नि:स्वार्थ सेवा के केंद्र के रूप में अपनी पहचान रखता है। लंगर इस संदर्भ में गुरुद्वारा की एक प्रमुख गतिविधि है। गुरुद्वारा पहुंचने वाले सभी लोगों को लंगर के माध्यम से भोजन परोसा जाता है। पंथ के अस्तित्व में आने के समय से ही लंगर चलता आ रहा है। यह सिख परंपरा का एक खास हिस्सा भी है।
मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि उनकी सोच है कि करारोपण सीमित गतिविधियों पर होनी चाहिए। अगर कोई गतिविधि जिसका संबंध कारोबार से नहीं है तो उसे कर के दायरे से मुक्त रखा जाना चाहिए।
-नसीम रब्बानी ,पटना/ बिहार