उत्तराखंड-उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने 28 जून को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में महिला शिक्षिका के साथ हुई अभद्रता को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि एक महिला शिक्षिका मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी व्यथा सुनाने आई थी परन्तु मुख्यमंत्री दरबार में उनके साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया गया वह सभ्य समाज के लिए शोभायमान नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता दरबार जनता की समस्याओं के निस्तारण के लिए लगाये जाते हैं न कि जनता का अपमान करने के लिए उन्होंने कहा कि सरकार के जनता दरबारों में पहले भी कई ऐसी घटनायें घट चुकी हैं जो जनहित में उचित नहीं ठहराई जा सकती हैं। उन्होने कहा कि जनता दरबार में राज्य के दूर दराज क्षेत्र से लोग इस आषा के साथ अपनी समस्यायें लेकर आते हैं कि उनका समाधान हो सके परन्तु सरकार द्वारा आम जनता के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है वह निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि यदि राज्य के मुख्यमंत्री तथा मंत्रीगण जनता की समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते हैं तो उन्हें इस प्रकार के जनता दरबारों का आयोजन नहीं करना चाहिए जिसमें जनता की समस्याओं का समाधान होने की बजाय उनकी समस्यायें बढ़ती हों।
प्रीतम सिंह ने कहा कि महिला शिक्षिका अपनी वेदना लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आई थी तथा मुख्यमंत्री जी ने जिस प्रकार से उनके साथ व्यवहार किया वह काफी निराशाजनक था तथा उससे मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी से कहना चाहता हूं कि जब राज्य में लागू स्थानान्तरण एक्ट की खुले रूप में धज्जियां उड़ाते हुए भाजपा के बड़े नेताओं, पदाधिकारियों तथा सरकार में बैठे लोगों की पत्नियों का दुर्गम से सुगम में स्थानान्तरण किया जा सकता है तो एक दुःखी महिला का भी किया जाना चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि महिला के साथ मुख्यमंत्री द्वारा किये गये व्यवहार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी आज पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में राज्य सरकार का पुतला दहन करेगी तथा इसके बावजूद भी राज्य सरकार नहीं चेती तथा तत्काल प्रभाव से महिला शिक्षिका का निलंबन वापस नहीं लिया गया तो 1 जुलाई, 2018 को कांग्रेस पार्टी देहरादून में गांधी पार्क में धरना-प्रदर्षन करेगी।
– इंद्रजीत सिंह असवाल
पाैडी गढ़वाल उत्तराखंड