फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। भारतीय संस्कृति में भाई और बहन के बीच अटूट संबंध बनाने में रक्षाबंधन की डोर का अहम योगदान है। भाई कैसा भी हो, लेकिन बहन के लिए वह आदर्श होता है और वह प्रेम की डोर को मजबूत करने के लिए रक्षाबंधन बांधती हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों में खौफ हैं। लोग एक दूसरे से मिलने से बच रहे हैं लेकिन भाई की कलाई पर प्यार बांधने बाली बहनों को इसका कुछ अधिक मलाल होगा। खासकर हॉटस्पॉट क्षेत्र में बहने इस बार राखी बांधने को तड़पती रहेंगी जबकि संक्रमित भाई बहनों को भी सब्र ही करना पड़ेगा। कोरोना वैश्विक महामारी जिले में अब तक 52 से ज्यादा संक्रमितो की जान ले चुकी है। 50 संक्रमितो की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। जिनका वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा है। जिले में 2 हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इस दौरान राखी का पर्व भी कोरोना से अछूता नहीं रह पाएगा। राखी के त्यौहार पर बहनों भाइयों की कलाई पर शायद ही खुशी खुशी राखी बांध पाए क्योंकि दूसरी जगह से आने वाली बहन और भाइयों में कहीं न कहीं कोरोना के संक्रमण को लेकर भह बना रहेगा। अपनी कलाइयों पर बहन का प्यार बांधने के लिए भाइयों को इस साल सब्र ही करना होगा जबकि हॉटस्पॉट क्षेत्रों में रह रहे बहनों को राखी बांधने और भाइयों को राखी न बंधबाने का मलाल रहेगा। जिले में एक हजार कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस हैं। लगातार संक्रमण फैलता जा रहा है। संक्रमित लोगों को अलग-अलग जगह प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन कराया जा रहा है। ऐसे में भाई बहन राखी के त्योहार की खुशियां मोबाइल फोन से वीडियो कॉल करके बांट सकते हैं। कोरोना से संक्रमित भाई बहन ऑनलाइन राखी बांधने की रस्म अदायगी भी कर सकते हैं।।
बरेली से कपिल यादव