बरेली – हुसैन कर्बला में जान देकर भी जीत गये यजी़द जान लेकर भी हार गया ।10 मोहर्रम का जुलूस इमामबाड़ा वासी हैदर गढ़िया सें आरंभ हुआ शिया समाज के लाेगाें नें मातम करते हुऐ लब्बैक या हुसैन के नारे लगते नवाब सहाब किला सब्जी मंडी पर जुलूस पहुंचा जहां पर मौलाना शमशुल हसन नें इमाम हुसैन का जिक्र किया युवाओं ने ज़जीर का मताम करते हुऐ काला इमामबाड़ा पर मौलाना महबूब हुसैन ने अपनी तकरीर में इमाम हुसैन पर कर्बला में हुए जुल्म ओ सितम काे बयान कर इमाम हुसैन के 6 माह के बेटे अली असगर काे तीन दिन का भूखा प्यासा कर्बला में कत्ल कर दिया ।जिसकी याद में शिया समाज के लोग मातम करते हैं काले इमामबाड़ा से जुलूस कर्बला जाकर समाप्त हुआ।
– बरेली से तकी रज़ा