हमारी चाक चौबन्द सुरक्षा व्यवस्थाओं में भी सुराख़ हुआ, क्या फिर से नये पुराने तस्कर सक्रिय हैं आजकल

राजस्थान- राजस्थान में बाड़मेर के रेगिस्तानी क्षेत्रों से लगती भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर धुंध एवं घना कोहरा सीमा पार से तस्करी एवं घुसपैठ की अवांछित गतिविधियों में सहायक सिद्ध हो रहा है। पिछले सप्ताह बाड़मेर के केलनोर से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट भारतीय सीमा में रेत में दबे बरामद किये गये अवैध हथियारों के जखीरे के संबंध में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

सीमा सुरक्षा बल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार देर रात पाकिस्तान की सीमा से आकर एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भारतीय सीमा में हथियारों का जखीरा लेकर घुसा एवं भारतीय सीमा पर तारबंदी के नीचे से भारतीय सीमा में घुसा और रेत में दबाकर वापस सुरक्षित सीमा पार पाकिस्तान चला गया।

हालांकि वहां तैनात सीमा सुरक्षा बल बीएसएफ के जवानों को धुंध एवं कोहरे के बीच कुछ हलचल होने का एहसास हुआ, इस पर सुबह जवानों ने उस स्थान पर तलाशी अभियान चलाकर हथियार बरामद किए, जो एक कपड़े में लपेटकर रखे हुए थे। इस तथ्य का खुलासा चलाये गए जांच अभियान में हुआ।

हालांकि बीएसएफ के अधिकारी पाकिस्तान रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग करके विरोध दर्ज कराकर पाकिस्तान की और सीमा से भारतीय सीमा में आ रहे पाकिस्तानी घुसपैठिये के पद चिन्हों को प्रमाण स्वरुप देने की तैयारी कर रहे हैं।सर्च ऑपरेशन के दौरान बीएसएफ की टीम को बाड़मेर के बीजराड़ थाना क्षेत्र के बी के डी पोस्ट के समीप जमीन के अंदर छिपाए गए हथियार मिले। इनमें चार ग्लोबल पिस्टल, आठ मैगजीन और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस हैं।

बीएसएफ के उच्च अधिकारियों के मुताबिक इन दिनों अंतरराष्ट्रीय सीमा पर धुंध एवं कोहरे की विपरीत परिस्थितियों में बीएसएफ के पास ऐसी सूचना थी कि पाकिस्तान की सीमा से नये पुराने तस्करों द्वारा हथियार एवं हेरोइन की तस्करी भारतीय सीमा में हो सकती है, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएएसएफ के जवानों द्वारा पैनी निगाह रखी जा रही थी। वैसे इन दिनों सीमा पर बीएसएफ की गश्त कम है, क्योंकि बीएसएफ की कई कंपनियों को दिल्ली चुनाव, कुंभ मेला एवं अन्य आंतरिक स्थलों पर तैनात किया गया है। फिर भी बीएसएफ के जवान सजगता से ड्यूटी कर रहे हैं।

– राजस्थान से राजूचारण

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