लखीमपुर खीरी- बल,बुद्धि और पराक्रम के देवता रामभक्त हनुमान का जन्मोत्सव इस बार 31 मार्च को हर्षोल्लास एवं भक्तिभाव के साथ मनाया जाएगा।जनपद के हनुमान मंदिरों एवं राम मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे।हनुमान जन्मोत्सव पर इस बार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा शनिवार को मनाया जाएगा।यह संयोग इस बार 9 साल बाद बन रहा है।इसके पहले 2008 में यह संयोग बना था।आमतौर पर हनुमान का जन्मोत्सव अप्रेल महीने में ही आता है,लेकिन इस बार 9 साल के बाद दोबारा हनुमान जन्मोत्सव मार्च के महीने मनाया जा रहा है।इस दिन हनुमान भक्त रामभक्त हनुमान की अराधना कर विशेष कृपा प्राप्त होती है।मंगल होगा शांत मिलेगा हर सुख,ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह को माना गया है।यह शक्ति,ऊर्जा,आत्मविश्वास और पराक्रम के स्वामी हैं।शास्त्रानुसार मंगल देव अग्नि तत्व प्रधान देवता हैं।मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं।ज्योतिषनुसार यह शनि की राशि मकर राशि में उच्च का प्रभाव देते हैं तथा चंद्रमा की राशि कर्क में नीच का प्रभाव देते हैं।एकादश रुद्रावतार हनुमान जी मंगल के अधिष्टाता हैं।शास्त्रों के अनुसार राम भक्त हनुमान जी की पूजा-उपासना के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन विशेष महत्व रखता है।जन्मोत्सव शनिवार को आने से शुभ मूहूर्त में पूजा करेंगे तो अच्छा प्रभाव होगा, और सारे कष्ट भी दूर होंगे।हनुमान जन्मोत्सव के शुभ मुहूर्त पर पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके लाल कपड़ा पहन कर लाल आसन पर हनुमान जी को स्थापित करें।हनुमान जन्मोत्सव पर की गई कोई भी उपासना अत्यंत फलदायक होती है।चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव के एकादश रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म हुआ है।
रिपोर्टर-अनुराग पटेल लखीमपुर खीरी