हजारों रास्ते खोलने के बावजूद न तो सरकारी ग्रेवाल सड़क पर डामरीकरण हुआ और न ही खुला रास्ता

राजस्थान/बाड़मेर- जिला कलक्टर टीना डाबी की अध्यक्षता में गुरुवार को अटल सेवा केन्द्र में जिला स्तरीय जन सुनवाई का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय जन सुनवाई में जिला कलक्टर टीना डाबी ने आमजन के परिवाद सुने, जिनमें से कई प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। पिछले दो सालों से सैकड़ों ज्ञापन सौंपने के बावजूद भी दानजी की होदी के मूल खसरा सख्या 1296 में राज्य सरकार द्वारा निर्मित आमजन को राहत देने के लिए दो सड़कों के मध्य सीधा रास्ते खोलने के बावजूद ना तो सरकारी ग्रेवाल सड़क पर डामरीकरण हुआ और ना ही खुला रास्ता देखते हैं जिला कलक्टर टीना डाबी स्वयं कब तक धरातल पर अवलोकन करते हुए समाधान करेगी साथ ही अन्य प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए कलक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

जिला स्तरीय जन सुनवाई में 141 प्रकरण प्राप्त हुए। इनमें प्रमुख रूप से रास्तों पर अतिक्रमण, बिजली और पानी की आपूर्ति, सड़क निर्माण की मांग, रास्ते खुलवाने, गोचर भूमि पर अतिक्रमण, पालनहार योजना में लाभ दिलाने, सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलवाने, नगरपरिषद् क्षेत्र में सड़क, सीवरेज और नाली बनवाने, क्षतिग्रस्त सड़कों को ठीक करवाने सहित विभिन्न विषयों से संबंधित शिकायतें प्राप्त हुई। जन सुनवाई में प्राप्त प्रकरणों का जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आमजन के प्रति जवाबदेही के साथ समस्याओं का निस्तारण करते हुए राहत देने के निर्देश दिए।

इस दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि सरकार की ओर से जन सुनवाई के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है। इसके अन्तर्गत प्रथम गुरूवार को ग्राम पंचायत, द्वितीय गुरूवार को उपखंड तथा तृतीय गुरूवार को जिला स्तर पर जन सुनवाई होती हैं। इन प्रकरणों को निस्तारण के लिए संबंधित विभागों को अग्रेषित किया जाता है। जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि कुछ मामलों में निचले स्तर पर हुई कार्रवाई से परिवादी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होता है। इसलिए वह जिला स्तर पर होने वाली जन सुनवाई में अपनी समस्या रखता है। यहां सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहते हैं और हाथों-हाथ संबंधित अधिकारी को प्रकरण से अवगत कराया जाता है। नियमानुसार फरियादी की समस्या का समाधान भी किया जाता है।

जन सुनवाई के दौरान चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, शिव विधायक रविन्द्रसिंह भाटी, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत, यूआईटी सचिव श्रवणसिंह राजावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस, बाड़मेर उपखंड अधिकारी यथार्थ शेखर, कोषाधिकारी जसराज चौहान सहित पंचायती राज, जलदाय, विद्युत, सामाजिक न्याय, पीडब्ल्यूडी, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, पशुपालन, कृषि, सहकारिता, शिक्षा, जल संसाधन, आयुर्वेद विभाग और रोडवेज के जिला स्तरीय अधिकारी शामिल थे।

– राजस्थान से राजूचारण

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *