हक की बात कार्यक्रम में महिलाओं ने डीएम से बात, बताई समस्याएं

बरेली। मिशन शक्ति के तहत बुधवार को एनआईसी कलेक्ट्रेट सभागार में जूम एप के जरिए ऑनलाइन जिले की महिलाओं लड़कियों के साथ जिलाधिकारी का संवाद हुआ। हक की बात जिलाधिकारी नितीश कुमार के साथ कार्यक्रम में महिला हिंसा पर रोक और नारी सशक्तीकरण के लिए महिलाओं को शिक्षित करने, जागरूक करने पर जोर दिया गया। महिलाओं ने जिलाधिकारी ने हक की बात की और सवाल पूछा। उक्त जूम एप मीटिंग में कुल 100 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। जिनमें से 65 महिलाओं ने जिलाधिकारी से अपनी समस्याऐं बताई। सर्वप्रथम रितु शाक्य स्वैच्छिक संगठन वूमेन वेलफेयर सोसाइटी द्वारा प्रश्न किया गया कि समाज में हर तीसरी महिला पीड़ित है।पीड़ित उपरांत महिलाऐं खुद को सुरक्षित कैसे महसूस करे। डीएम ने बताया कि महिलाओं को प्रारम्भिक स्तर पर ही अपने साथ हो रहे उत्पीड़नों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए एवं साथ ही जिन प्रकरणों में आवश्यकता हो उनमें तत्काल कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। मनीषा अहूजा ने स्कूलों में छात्र-छात्राओं को महिला एवं बच्चों से संबंधित कानूनो व अधिनियमों की जानकारी नहीं है। डीएम ने बताया कि मिशन शक्ति अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना के अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित कानूनों व हेल्पलाइन नम्बरों हेतु जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। साथ ही अभिभावकों को अपने बच्चों को विश्वास में लेकर निरंतर उनसे वार्ता करते रहे। जिससे छात्र-छात्राऐं अपनी छोटी-बड़ी हर समस्याओं को अपने अभिभावकों से साथ साझा करें।जिससे कि आने वाली किसी भी विषम परिस्थितियों से उनको बचाया जा सके। द्रोपदी कन्या इंटर कालेज की प्रिंसिपल सीमा द्वारा सुझाव दिया गया कि महिलाओं एवं बालिकाओं से संबंधित कानूनों व अधिनियमों की जागरूकता हेतु बुकलेट तैयार कर समस्त स्कूलों में वितरित की जाये। जिससे छात्र-छात्राऐं अपने पाठयक्रम के साथ ही उक्त अधिनियमों व कानूनों की जानकारी प्राप्त कर सके। इस्लामिया कालेज के अध्यापक द्वारा बताया गया कि कालेज के आस-पास चौराहों पर लड़के खड़े होकर लड़कियों को परेशान करते है। इस पर डीएम ने बताया कि ऐसी विषम परिस्थितियों में बालिकाओं को घबराना नहीं चाहिए एवं तत्काल 112-हेल्पलाइन नम्बर व 181-महिला हेल्पलाइन नम्बर पर काॅल कर सहायता प्राप्त करनी चाहिए। रूची शर्मा द्वारा पूछा गया कि छात्राए स्कूलों/घरों व चौराहों पर आत्मसुरक्षा हेतु किस प्रकार निपुण हो कि वह किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति आने पर परिस्थिति का सामना कर सके। डीएम ने बताया कि आत्मसुरक्षा हेतु जूड़ो-कराटे का प्रशिक्षण कराया जायेगा साथ ही यह प्रशिक्षण संपूर्ण जनपद में वृहद रूप से एक अभियान के रूप में 01 माह तक चलाया जायेगा। अंत में जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया गया कि समाज में महिलाओं को अपने स्वरोजगार हेतु कुछ-न-कुछ कार्य अवश्य करने करते रहना चाहिए। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनी रहे। समाज में जो महिलाऐं आर्थिक रूप से मजबूत होती हैं उनका सम्मान हमेशा होता है। साथ ही जो महिलाऐं अपने रोजगार हेतु कार्य नहीं कर रही है। समाज में उनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका है क्योंकि वह घर मे रहकर अपने परिवार का संपूर्ण देखभाल करती हैं। कार्यक्रम मे रोहित सिंह सजवाण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, चन्द्रमोहन गर्ग मुख्य विकास अधिकारी, नीता अहिरवार उप निदेशक महिला कल्याण, लोकेश शरण इंचार्ज महिला थाना, सौम्या वर्मा केंद्र प्रबंधक वन स्टाप सेंटर, हरिंदर कौर चढ्डा विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसके साथ ही अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों जिनमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व अन्य अधिकारियों द्वारा जूम एप पर कार्यक्रम को ज्वाइन किया गया।।

बरेली से कपिल यादव

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