पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड- उत्तराखंड जनपद पाैडी गढ़वाल लैंसडौन तहसील के अंतर्गत रिखणीखाल ब्लॉक में विगत अनेकों वर्षों से शराब की एक दुकान चल रही है। जिसका क्षेत्र के लोगों ने विरोध भी किया। बावजूद इसके कोई उचित विभागीय कार्यवाही नही हुई। अब क्षेत्र में गाड़ियों पुल व रथुवढ़ाब में भी शराब की दो दुकानें खुल चुकी है। शराब की इन दुकानों से क्षेत्र के जनजीवन में दुष्प्रभाव भी दिखने शरू हो चुके है।
अंतिम विकल्प न्यूज आपके संज्ञान में एक बात लाना चाहता है कि रिखणीखाल बाज़ार में शराब की दुकान जिस स्थान पर है उससे 500 मीटर पर शिशु मंदिर प्राथमिक विद्यालय है। 1200 मीटर पर प्राथमिक विद्यालय रिखणीखाल, इंटर कॉलेज रिखणीखाल, डिग्री कॉलेज रिखणीखाल उपस्थित है। छात्रावास में पढ़ने वाले बच्चे व परिवारों से दूर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे इसकी चपेट में आ रहे है। यही स्थिति गाड़ियों पुल की भी है। जूनियर हाईस्कूल गाड़ियों व प्राथमिक विद्यालय गाड़ियों शराब की दुकान के 100 मीटर के दायरे में है। और यहां भी सुबह से शाम तक शिक्षा में व्यवधान हो रहा है। रथुवढ़ाब में शराब की दुकान “टाईगर रिज़र्व पार्क” से लगा हुआ है। आये दिन यहां भी जानवरों का आतंक बना रहता है। और प्राथमिक विद्यालय कुमालडी से शराब की दुकान 1200 मीटर की दूरी पर है।
सवाल यहीं खत्म नही होता है। सुप्रीम कोर्ट के नियमों की अवहेलना भी होते दिखती है। क्षेत्र का हर शराब का ठेका सुबह 10 बजे से पहले खुल जाता है और देर रात तक खुला रहता है। राष्ट्रीय अवकाश के दिन भी लुकछुप के शराब की बिक्री होती है। रिखणीखाल में स्थित शराब की दुकान कोटद्वार बीरोंखाल राजमार्ग पर स्थित है और गाडियों पुल रथुवढ़ाब के शराब की दुकान कोटद्वार रिखणीखाल मार्ग पर स्थित है।
देखा जाये तो क्षेत्र में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण शराब भी है। सड़कों के किनारे खुले शराब के दूकान दुर्घटना को बढ़ावा देते है। क्षेत्र में वर्तमान शराब की हर दुकान में शराब MRP (Maximum Retail Price) से अधिक मूल्य पर बेचा जाता है। भोली भाली जनता के पैसों की यह लूट सभी ठेकों पर चल रही है।
क्षेत्रवासियों की मांग है कि क्षेत्र में अवैध रूप से बिक रहे शराब के लिए भी धरपकड़ करने की मुहिम चलाई जाए। क्षेत्र के कुछ लोग रिखणीखाल क्षेत्र में चोरी छुपे शराब बेचते है। उस शराब में अल्कोहल की मात्रा का कोई मानक नही होता है। यह चिंता का विषय भी है कि कभी क्षेत्र को ज़हरीली शराब का डंक न सहन पड़े।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल