बरेली। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने सेटेलाइट फ्लाईओवर पर बतौर ट्रायल ट्रैफिक तो दौड़ा दिया गया लेकिन सुरक्षा उपाय न होने से जल्द ही हादसे की आशंका बढ़ गई है। एक तो पर पुल पर लगाई गई लाइटें अभी नहीं जल रही हैं, दूसरे दोनों तरफ पुल से उतरते ही सामने अंधे डिवाइडर हैं जिनकी ऊंचाई इतनी कम है कि आसानी से नजर आना मुश्किल है। जरा सी चूक से कोई भी गाड़ी इस डिवाइडर पर चढ़कर पलट सकती है। रात को हैबी ट्रैफिक इसी पुल से होकर गुजरता है। पुल पर अंधेरा होने के कारण कभी भी पुल पर बड़ा हादसा हो सकता है। पुल पर दोनो तरह अभी भी लाइट के खंभे अभी भी ऐसे ही बिखड़े पड़े हुए है। ऐसे में रात को अंधेरा होने के बाद ये खंभे दिखाई नहींं पड़ते। पुल पर बिखरे खंभों के कारण कभी भी कोई गिरकर घायल हो सकता है। वहीं दूसरी ओर अभी भी पुल पर छोटे छोटे कई कार्य होने बचे है। लेकिन विभाग ने अभी भी इनकों अधूरा छोड़ दिया है। पुल के नीचे उतरते ही बीच सड़क पर डिबाडर है। जिसे अभी तक नहीं हटाया गया है। ऐसे में नीचे आते समय यहां पर भी कोई बढ़ा हादसा हो सकता है। सेटेलाइट फ्लाईओवर पर पोल खड़े कर लाइटें तो लगा दी गई हैं लेकिन अभी पुल पर बिजली का कनेक्शन ही नहीं दिया गया है। इस वजह से रात में पूरे पुल पर अंधेरा छाया रहता है। कमजोर हेडलाइट वाली गाड़ियों के चालकों को इससे दिक्कत हो सकती है और इसकी वजह से भी हादसे की आशंका है।।
बरेली से कपिल यादव