बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। तमाम प्रयास के बाद भी जिले में मिलावटी खाद पदार्थों की बिक्री नहीं रुक पा रही है। मिलावटी खाद पदार्थ बेचकर व्यापारी मोटा मुनाफा कमाने में लगे हुए हैं। एक तरफ देश कोरोना नामक वैश्विक महामारी से जूझ रहा है। वहीं दूसरी ओर को स्वार्थी तत्व सरसों के तेल के नाम पर क्रूड पाम आयल को सरसों के तेल में मिलाकर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं यह अवैध कारोबार बड़े स्तर पर किया जा रहा है। सोमवार को शाम करीब छह बजे नेशनल हाईवे रहपुरा अंडरपास के पास जंगल में दो हजार लीटर क्रूड पाम आयल से भरा टैंकर खड़ा देखा गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन एक तथाकथित व्यापार मंडल की नेता के दबाव के चलते कार्यवाही नहीं की गई। हालांकि पुलिस ने टैंकर चालक से ऑयल से संबंधित कागजात के बारे में पूछताछ करके इनकम टैक्स व सेल टैक्स विभाग को सूचना दी लेकिन उन्होंने मंगलवार की सुबह आने को कह दिया। इसी दौरान ट्रैक्टर ट्राली से खाली ड्रम लेकर पहुंचे कस्बे के एक तेल व्यापारी के कारिंदे टैंकर से तेल ड्रमो में भरकर ले गए। कस्बे में पाम आयल या क्रूड आयल को शोधन करने की कोई यूनिट नहीं है। ऐसे में यह लोग इस पॉम आयल का बिना शोधन कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं।
टैंकर से आने वाले तेल में कुछ मिलावटी तो था नहीं तो बह सुनसान जंगल में ले जाकर क्यों खड़ा किया गया। यह मामला हमसे सीधे तौर पर जुड़ा न होने के कारण सेल टैक्स और इनकम टैक्स विभाग को बता दिया गया है।।
– चंद्रकिरण यादव थाना प्रभारी फतेहगंज पश्चिमी
बरेली से कपिल यादव