शाहजहांपुर- उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिलें में में रविवार को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में उस समय हड़कम्प मच गया जब एक नाबालिग लड़की के विवाह की तैयारिया चल रही थी और किसी व्यक्ति ने नाबालिग के हो रहे विवाह की जानकारी उच्च अधिकारयों को दे दी । जिसके बाद मौके पर पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट ने विवाह को रुकवा दिया । मामले में दोषी पाये जाने पर ग्राम पंचायत अधिकारी को निलम्बित कर दिया गया है ।
रविवार को ओसीएफ राम लीला ग्राउंड पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था । कार्यक्रम में 301 जोड़ो का विवाह होना था । विवाह कार्यक्रम में तिलहर क्षेत्र के गांव बंधी चक निवासी जौहरी की बेटी अनीता देवी के विवाह की तैयारिया चल रही थी । इस बीच किसी ने अनीता के नाबालिग होते हुये विवाह करने की जानकरी उच्च अधिकारियो को दे दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट ने विवाह को रुकवा दिया । मामले की जाँच एसडीएम तिलहर को सौंपी गई । उन्होंने मामले की जाँच कर रिपोर्ट डीएम को भेज दी है ।
एसडीएम तिलहर सत्य प्रिय के अनुसार, मामले की जाँच उनको सौंपी गई थी । बताया जा रहा था की लड़की के पास दो आधार कार्ड है लेकिन जाँच के दौरान लड़की के पास से जो आधार कार्ड मिले है वो सही है और उसमे उसकी जन्म तिथि 2 अक्टूबर 1999 अंकित है । दूसरा आधार कार्ड प्रस्तुत नही किया गया । लेकिन लड़की ने जाँच के दौरान दिए बयान में कबूला है को वो 16 साल की है क्योंकि बालिग होने का कोई और साक्ष्य नही मिला है इस लिए उसके बयान के आधार पर उसको दिए जाने बाले अनुदान को रोकने की संस्तुति की गई है तथा लड़की का विवाह कराने के लिए पंजीकरण करवाया गया है क्योंकि लड़की नाबालिग है तो इस पुरे मामले में माता-पिता की जिम्मेदारी बनती है ।
जिला अधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया की नाबालिग के विवाह के मामले में सम्बंधित ग्राम पंचायत अधिकारी पंकज गंगवार को निलम्बित कर दिया गया है । मामले की जाँच जारी है और जो भी इस मामले में दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
– शाहजहांपुर से अंकित कुमार शर्मा की रिपोर्ट