बरेली। पाकिस्तान से निकाह कर भारत आई इरम हसन का पति से तलाक के बाद ससुराल मे रहना मुश्किल हुआ तो उन्होंने वतन वापसी की अर्जी लगाई। यह अर्जी मंजूर होने के बाद मंगलवार को वह पाकिस्तान रवाना हो गई। दोनों बच्चों की नागरिकता भारतीय होने के चलते साथ ले जाने की मंजूरी नही मिली तो इरम ने भारी मन से दोनों को यही छोड़ दिया। पाकिस्तान मे लाहौर की निस्तार कॉलोनी निवासी डॉ. मजाहिल की बेटी इरम हसन का निकाह आठ अप्रैल 2008 को बिहारीपुर निवासी मोहम्मद अथर से हुआ था। इसके लिए यहां से नौ लोग बारात लेकर पाकिस्तान गए और काफी दिन तक वहां रहने के बाद इरम को लेकर घर लौटे। इरम बताती हैं कि 16 साल तक सब ठीक चला लेकिन फिर अथर से विवाद होने लगा। 11 जून 2024 को मारपीट कर अथर ने तलाक दिया और घर से निकाल दिया। इस पर उन्होंने 18 जून 2024 को कोतवाली में पति मोहम्मद अथर के खिलाफ रिपोर्ट लिखा दी। कोर्ट में गुजारा-भत्ते का केस भी डाला। मगर यहां जीवन निर्वाह न होते देख पाकिस्तान वापस जाने का निर्णय लिया। इस पर 31 मई 2024 को उन्होंने पाकिस्तान वापसी के लिए आवेदन कर दिया। इरम हसन के दो बच्चे 14 वर्षीय शाहनूर और सात वर्षीय आयजा है। वह दोनों बच्चों के प्यार में जकड़ी थी। वही वापसी में कोर्ट में चल रहे मुकदमे भी बाधा थे। मुकदमे फाइनल होने तक वापसी की मंजूरी नही मिली तो इरम हसन ने केस वापस ले लिए। दो-दिन पहले ही ये मामले फाइनल हुए। मगर इसी बीच पहलगाम हमले के बाद हालात बदल गए और उनकी वापसी की अर्जी मंजूर कर एक मई तक भारत छोड़ने का आदेश दे दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव