आजमगढ़ – समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष ने मीडिया को जारी बयान में कहा की भाजपा की सरकार में किसानों के गन्ने का मूल्य भुगतान न होने के कारण किसान परेशान हैं। गन्ने के पैसे से ही किसान शादी-विवाह, बच्चों की पढ़ाई, लिखाई, दवा-इलाज का इन्तजाम करता है लेकिन समय से न मिल पाने के कारण आज विजली का बिल व खेतों में धान की रोपाई के लिए खाद नहीं खरीद पा रहा है। देश व प्रदेश की दोनों सरकारें झूठ का सहारा ले रही हैं।
विद्युत की दरों में दो गुना वृद्धि, डीजल के लगातार बढ़ते दामों व यूरिया व डाई की मूल्यों में वृद्धि से किसान बड़े संकटमें पड़ गया है। प्रदेश में किसानों के गन्ने का 35447.99 करोड़ रूपया बकाया है। सठियॉव चीनी मिल का 63 करोड़ व घोसी चीनी मिल का 27 करोड़ रूपया बकाया है। मन्दुरी में देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्मंत्री योगी के कार्यक्रम से लोगों को उम्मीद थी कि गन्ना मूल्य के बकाये देने की घोषणा होगी। लेकिन प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री दोनों लोग इस मुद्दे पर चुप रहे। एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास का शिलान्यास कर करीब 100 करोड़ रूपये उनके कार्यक्रम में खर्च हुआ। यह सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है। देश में अब तक सन् 2014 से सन् 2016 तक 36000 किसानों व श्रमिकों ने आत्महत्या किया। देश में 19 करोड़ भूखे सोते हैं लेकिन देश के प्रधानमंत्री हवाई जहाज में बैठाने का जुमला बोलते हैं।
किसानों का सठियॉव चीनी मिल के गन्ने बकाये को लेकर दिनांक 29 जुलाई 2018 को समय 10 बजे दिन में मिल के गेट पर किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी धरना-प्रदर्शन करेगी तथा राज्यपाल महोदय को किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान के लिए ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया जायेगा। किसानों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुॅचे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़